CPSC Exam 2021: घोटाले को लेकर CBI के हाथ लगे अहम सबूत, अधिकारी समेत उद्योगपति को किया गया गिरफ्तार

CPSC Exam Scam 2021: साल 2021 में हुए छत्तीसगढ़ पीएससी परीक्षा घोटाले मामले में सीबीआई को जांच के दौरान अहम सबूत मिले है. मामले में पीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष और एक उद्योगपति की गिरफ्तारी भी की गई है.

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CBI कर रही CPSC परीक्षा घोटाले की जांच

CPSC Exam CBI Investigation: छत्तीसगढ़ पीएससी 2021 परीक्षा (Chhattisgarh PSC 2021 Exam) में हुए घोटाले की जांच सीबीआई कर रही है. इस दौरान, सीबीआई को मामले से जुड़े अहम सबूत हाथ लगे हैं. मामले में छत्तीसगढ़ पीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी और एक उद्योगपति एसके गोयल की गिरफ्तारी भी की गई है. सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई (CBI) ने अभ्यर्थी और अफसर के आपसी संपर्कों को भी सीबीआई ने जांचा है. सीबीआई ने अभ्यर्थियों और पीएसी के तत्कालीन अफसर के कॉल डिटेल, सोशल मीडिया पर बातचीत के जांच और गूगल लोकेशन की जांच की है.

जांच में मिले अहम क्लू

पीएससी परीक्षा के अभ्यार्थियों और अधिकारियों के कॉल डिटेल और बैंक खाते से अहम क्लू मिले हैं. छत्तीसगढ़ पीएससी 2021 की परीक्षा में तत्कालीन पीएसी अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी के भतीजा समेत पांच रिश्तेदार अफसर बने थे. बता दें कि सीबीआई ने अफसर बने 18 अभ्यर्थियों के घर छापेमारी की थी. इसमें सीबीआई को कई अहम सबूत हाथ लगे हैं. 

लगातार कार्रवाई कर रही सीबीआई

परीक्षा से जुड़े अधिकारियों और अभ्यर्थियों के घर पर छापेमारी करने के बाद सीबीआई को पेन ड्राइव, किताबों के नेटवर्क समेत तमाम दस्तावेज जब्त किए गए थे. इसकी जांच पूरी होने के बाद सीबीआई जल्दी कुछ और लोगों की गिरफ्तारी कर सकती है. 

सीएम ने लिया था सीबीआई जांच का निर्णय 

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में नवगठित सरकार ने पीएससी परीक्षा में हुई गड़बड़ी और युवाओं की शिकायत को लेकर 3 जनवरी 2024 को कैबिनेट की बैठक में इस मामले की सीबीआई से जांच कराने का निर्णय लिया था. राज्य सरकार की सहमति मिलने के बाद केन्द्र सरकार ने जांच के लिए अधिसूचना जारी कर यह मामला सीबीआई को सौंप दिया था.

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क्या था पूरा मामला

छत्तीसगढ़ पीएससी परीक्षा 2021 में राज्य के 12 विभागों के लिए 170 पदों पर भर्ती के लिए चयन सूची जारी की गई थी. चयन सूची जारी होते ही प्रतिभागी युवाओं का गुस्सा फूट पड़ा था. युवाओं ने चयन प्रक्रिया में भाई-भतीजावाद और गड़बड़ी को लेकर कई शिकायतें की थीं और इस मामले में एफआईआर भी दर्ज की थी. एन्टीकरप्शन ब्यूरो/आर्थिक अपराध ब्यूरो ने भी इस मामले में अपराध दर्ज किया था.

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