छत्तीसगढ: रोड नहीं तो वोट नहीं, चुनाव बहिष्कार की चेतावनी

ग्रामीण अब रोड़ नहीं तो वोट नहीं का संकल्प लिया है. तर्रा गांव के हजारों ग्रामीणों ने पक्की सड़क मार्ग बनाने की मांग को लेकर शासन-प्रशासन के विरोध में नेशनल हाइवे 130 सी पर चक्का जाम भी कर चुके हैं.

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छत्तीसगढ/गरियाबंद: ग्राम तर्रा बस्ती से नेशनल हाईवे मुख्य सड़क मार्ग तक सड़क निर्माण कार्य के लिए 6 लाख रूपये स्वीकृति करने की अनुशंसा पर लोगों ने विधायक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. रोड नहीं तो वोट नहीं का संकल्प लेकर विधायक मद से 6 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान करने राजिम विधायक अमितेश शुक्ल के अनुशंसा को अस्वीकार करते हुए राशि वापस लौटाने का ग्राम पंचायत और ग्राम विकास समिति ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है.

ग्रामीणों ने एक स्वर में इसका विरोध करते हुए कहा कि हमें पक्की सड़क मार्ग चाहिए, 6 लाख रुपए की राशि नहीं. ग्रामीणों का कहना था कि सड़क मार्ग निर्माण के लिए 6 लाख रूपये राशि पर्याप्त नहीं हैं. ग्रामीण अब रोड़ नहीं तो वोट नहीं का संकल्प लिया है. तर्रा गांव के हजारों ग्रामीणों ने पक्की सड़क मार्ग बनाने की मांग को लेकर शासन-प्रशासन के विरोध में नेशनल हाइवे 130 सी पर चक्का जाम भी कर चुके हैं.

प्रशासन ने 3 महीने के अवधि में पक्की सड़क मार्ग बनाने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया था. प्रशासन के तय अवधि में भी जब सड़क मार्ग नहीं बने तो ग्रामीणों ने एक बार फिर एकता दिखाते हुए पक्की सड़क बनाने स्वयं राशि जुटाने एकमत हुए और तर्रा गांव से मुख्य सड़क मार्ग तक लगभग 2 किलोमीटर की पक्की सड़क मार्ग बनाने काम शुरू कर दिया है. पक्की सड़क मार्ग बनाने ग्रामीण पहले किस्त में अब तक 6 लाख रुपए खर्च कर चुके हैं.

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