Chhattisgarh: दंतेवाड़ा में दो महिला समेत 10 नक्सलियों ने किया समर्पण, मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की हुई पहचान

CG News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा (Naxal affected Dantewada) जिले में बुधवार को दो महिला नक्सलियों समेत 10 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है.वहीं, पुलिस की मुठभेड़ में मारे गए दो नक्सलियों के शव मौके से बरामद किए गए हैं. पुलिस ने यह जानकारी दी.

Advertisement
Read Time: 3 mins
Chhattisgarh: दंतेवाड़ा में दो महिला समेत 10 नक्सलियों ने किया समर्पण.

Naxal affected Dantewada: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh)  के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा (Dantewada)  में नक्सलियों पर सरकार नकेल कस रही है. बुधवार को पुलिस और नक्सलियों की हुई मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों में मनीला पूनेम ऊर्फ मनीला पदम (36),  मंगलू कुड़ियम (40) का नाम शामिल है, मनीला पर 8 लाख रुपये और मंगलू पर 1 लाख रुपये का ईनाम था. मंगलू 1999 से माओवादी संगठन में सक्रिय रूप से कार्यरत था. वर्ष 2007 में दंतेवाड़ा जेलब्रेक की घटना में शामिल था. इसके उपर हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, आगजनी, अपहरण, बल्वा, आर्म्स एक्ट एवं विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धाराओं में कई अपराध पंजीबद्ध है.

डीआरजी बीजापुर ने बड़ी कार्रवाई की

इस बीच मौके से हथियार, विस्फोटक, वायरलेस सेट, नकद 30 हजार रुपये,  पिटठू, माओवादी वर्दी, दवाईयां, प्रतिबंधित माओवादी संगठन के प्रचार-प्रसार की सामग्री, साहित्य एवं अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की गई है. कोरंजेड़ के जंगलों में मद्देड़ एरिया कमेटी एसीएम बुचन्ना, विश्वनाथ, बामन एवं अन्य 15-20 सशस्त्र नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना पर डीआरजी बीजापुर ने बड़ी कार्रवाई की है. जिले में चलाये जा रहे माओवादी विरोधी अभियान के तहत 27 मई को थाना मद्देड़ कोरंजेड़ और बंदेपारा के जंगलों में एसीएम बुचन्ना, विश्वनाथ, बामन एवं अन्य 15-20 सशस्त्र नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना मिली थी.

Advertisement

इन्होंने किया आत्मसमर्पण

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबलों के सामने 10 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं.उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली इंद्रावती एरिया कमेटी में सक्रिय थे.उन्होंने बताया कि नक्सली पुलिस के पुनर्वास अभियान 'लोन वर्राटू' से प्रभावित हैं, माओवादियों की खोखली विचारधारा से निराश हैं.पुलिस अधिकारियों ने बताया कि माओवादियों पर सड़कें खोदने, सड़कों को अवरुद्ध करने के लिए पेड़ गिराने और बंद के दौरान पोस्टर और बैनर लगाने का आरोप है.

Advertisement

ये भी पढ़ें- Lok Sabha 2024: सरोज पांड़े की गारंटी, भाजपा कोरबा समेत छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटों पर लहराएगी परचम

Advertisement

सुविधाएं प्रदान की जाएंगी

 आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को राज्य सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के अनुसार सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. अधिकारियों ने बताया कि इसके साथ ही, जून 2020 में शुरु किए गए पुलिस के 'लोन वर्राटू' (अपने घर/गांव वापस लौटो) अभियान के तहत अब तक 180 इनामी नक्सली सहित कुल 815 माओवादियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया है.

ये भी पढ़ें- Chhindwara Murder: 8 लोगों की हत्या के बाद मरहम लगाने पहुंची सरकार, मृतक के परिजनों को दिए इतने लाख रुपये

Topics mentioned in this article