Chhattisgarh News: नारायणपुर के हेमचंद मांझी और जशपुर के जगेश्वर यादव को मिला पद्मश्री अवार्ड

जगेश्वर राम यादव को बिरहोर के भाई के नाम से जाना जाता है. पदमश्री जगेश्वर राम यादव ने बिरहोर जनजाति को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए काफी प्रयास किया था. इस दौरान इन्हें काफी कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ा था.

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छत्तीसगढ़ के दो लोगों को मिला पद्मश्री अवार्ड

Chhattisgarh News: भारत सरकार ने पद्मश्री अवार्ड के लिए नामों का एलान कर दिया गया. इन नामों में दो विशिष्ठ नाम छत्तीसगढ़ के भी हैं. यहां से भी पद्मश्री अवार्ड के लिए 2 नामों को चुना गया है. जिसमें नारायणपुर से हेमचंद मांझी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के गृह जिले जशपुर से जगेश्वर राम यादव का नाम शामिल है.

जगेश्वर राम यादव ने बिरहोर जनजाति को मुख्यधारा से जोड़ा

दरअसल जशपुर जिले के बगीचा विकासखण्ड के छोटे से गांव भितघरा निवासी जगेश्वर राम यादव ने विगत 45 साल से विशेष संरक्षित बिरहोर जनजाति को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा था और इनके प्रयासों की बदौलत ही आज बिरहोर समाज जीवन की मुख्यधारा से जुड़कर जीवन यापन कर रहा है. इनको इनके अथक प्रयास में काफी सफलता मिली है.

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बिरहोर के भाई के नाम से जाना जाता है

जगेश्वर राम यादव को बिरहोर के भाई के नाम से जाना जाता है. पदमश्री जगेश्वर राम यादव ने बिरहोर जनजाति को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए काफी प्रयास किया था. इस दौरान इन्हें काफी कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ा था. वहीं हेमचंद मांझी पिछले पचास साल से जड़ी बूटियों से ही कैंसर जैसी बीमारी का इलाज कर रहे हैं. उन्हें नक्सलियों ने धमकी भी दी थी जिसके बाद उन्होंने दो बॉडीगार्ड दिए गए थे.

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