Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के कवर्धा/कबीरधाम जिले (Kabirdham District) में किसानों को फसल चक्र परिवर्तन के लिए बांटे जाने वाले चने के बीज बंटने से पहले ही गायब हो गए हैं. इधर अधिकारी चने के बीज में घुन लगने का हवाला देकर बीज नही बांटने की बात कह रहे हैं, लेकिन घुन लगे चने के बीज ना तो सप्लायर को ही वापस किए गए है और ना ही उनको किसानों में बांटा गया.
आखिर कहां गया घुन लगे चने का बीज
किसानों के बीज मांगने पर अधिकारी बीज को वापस लौटा देने की बात कह रहे हैें, वहीं बीज सप्लाई करने वाले अधिकारी बीज वापस नही मिलने की बात कह रहे हैं.अब बड़ा सवाल यह है आखिर ये चने का बीज कहां गया?
इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब NDTV के सवांददाता सतीश पात्रे कृषक बनकर पंडरिया के कृषि विभाग कार्यालय में गए और चने के बीज खरीदने की बात कही, लेकिन उन्हें बीज नही दिया गया.
अधिकारी कर रहे है गोलमोल बातें
दरअसल बीज ग्राम योजना के तहत कृषि विज्ञान केंद्र नेवारी कवर्धा ने कृषि विभाग को चार सौ क्विंटल से अधिक चने के बीज की सप्लाई अक्टूबर महीने में की थी, जिसे 50 प्रतिशत अनुदान पर किसानों में बांटना था. इसी के तहत पंडरिया विकासखण्ड में 120 क्विंटल चने के बीज की सप्लाई हुई थी, जिसमें घुन लगने की बात कहकर किसानों को नही दिया जा रहा है.
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अधिकारियों की बातों में नजर आ रहा है विरोधाभास
जिस पर अधिकारी का कहना है अधिक मात्रा में घुन लगा था. इस वजह से किसानों को चने के बीज नहीं बांटे गए हैं, और बीज को वापस कृषि विज्ञान केंद्र वापस भेज दिया गया है. इसके बाद कृषि विज्ञान केंद्र के प्रमुख, वैज्ञानिक डॉक्टर बीपी त्रिपाठी से पूछा गया तो उन्होंने कहा चने में घुन लगने की सूचना दी गई थी, लेकिन बीज वापस नहीं किए गए हैं. दोनों अधिकारियों की बातों में विरोधाभास साफ नजर आ रहा है.