Chhattisgarh : पूरे देश सहित छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में भी गर्मी बढ़नी शुरू हो गई है, इसके साथ ही आग लगने की घटनाएं भी बढ़ गईं हैं. बताया जा रहा है कि कोरिया (Koria) में नगर सेना के फायर ब्रिगेड को रोजाना 2 से 3 सूचना मिल रही हैं पर ये विभाग खुद अव्यवस्था की आग में झुलस रहा है वो आग क्या बुझाएगा. आपको सुनकर अजीब लगेगा लेकिन ये सच है कि इस समय जिले में फायर ब्रिगेड के पास केवल एक वाहन ही उपलब्ध है. इसे भी अक्सर एमसीबी (MCB) और सूरजपुर जिले (Surajpur District) में भी भेजा जाता है.
कोरिया के पास है केवल एक ही वाहन
बताइए कोरिया जिले में फायर ब्रिगेड के पास एक ही वाहन उपलब्ध है, जिसे कोरिया से लेकर एमसीबी और सूरजपुर जिले तक उपयोग में लाया जा रहा है. ऐसे में कहीं आग लगने की सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड के समय पर पहुंचने की संभावना काफी कम होती है. इस अव्यवस्था के कारण ही अधिकतर मामलों में सब राख होने के बाद ही दमकल की गाड़ी आग बुझाने घटना स्थल पर पहुंचती. जबकि विभाग के अनुसार जिले में दो और वाहन होना जरूरी है. एसईसीएल क्षेत्र होने कारण यहां अक्सर आग की घटनाएं सामने आती रहती है.
निकायों के फायर ब्रिगेड हो चुके हैं कंडम
कोरिया जिले में नगर पालिका शिवपुर-चरचा के पास फायर ब्रिगेड का पुराना वाहन है, जो कि कंडम हो चुका है. इसी तरह एमसीबी जिले के चिरमिरी नगर निगम का फायर ब्रिगेड वाहन भी कंडम हो चुका है. टंकी फूट जाने के कारण निगम ने कई बार इसे ठीक कराया, लेकिन ये वाहन चलने की स्थिति में नहीं है. एसईसीएल बैकुंठपुर, चिरमिरी व हसदेव क्षेत्र के पास भी आग बूझाने के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं हैं.
नगर सेना के पास सिर्फ एक फायर ब्रिगेड
कोरिया व एमसीबी जिले को मिलाकर यहां करीब 7 लाख से ज्यादा की आबादी है. हालांकि एमसीबी जिले के पास दो दमकल वाहन उपलब्ध हैं. कोरिया जिले में दमकल विभाग ग्रामीण इलाकों में लगने वाले पैरे से लेकर एसईसीएल क्षेत्रों में कोयले की आग तक बुझा रहे हैं. अक्सर मालगाड़ी में कोयले में आग लगने की सूचना पर भी आग बुझाई जाती है. गर्मी में शहरी क्षेत्रों में भी आग लगने की घटनाएं भी सामने आती रहती हैं.
प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है
इस पर नगर सेना के कमाडेंट संजय गुप्ता ने कहा कि कोरिया जिले के लिए दो दमकल वाहनों का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है. वहीं एमसीबी जिले के लिए दो वाहन मिले हैं जिससे कुछ राहत मिलेगी. उन्होंने कहा कि आग लगने की घटनाओं पर एसईसीएल के दमकल वाहनों का भी सहयोग मिल जाता है. वहीं बड़ी घटनाएं में आसपास के जिलों से भी मदद मिल जाती है.
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