छत्तीसगढ़ के मेडिकल कॉलेजों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. इसका एक उदाहरण सामने आया जब राष्ट्रपति के 'दत्तक पुत्र' तक को 24 घंटे तक एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं हो सकी. मामला अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज से जुड़ा है. जान और मौत के बीच झूल रहे युवक के परिजन अत्यधिक परेशान हैं. चिकित्सकों का कहना है कि समय के साथ-साथ युवक की स्थिति बिगड़ती जा रही है.
दरअसल, आदिवासी बाहुल्य सरगुजा जिले में पाए जाने वाले विशेष संरक्षित जाति पहाड़ी कोरवा समुदाय को राष्ट्रपति का दत्तक पुत्र भी कहा जाता है. इनके लिए राज्य और केंद्र सरकार की कई योजनाएं संचालित होती रहती हैं. ऐसे में इस युवक के इलाज में लापरवाही शासन और स्वास्थ्य प्रशासन की कमजोरियों को उजागर करती है.
पहाड़ी कोरवा युवक गुड्डू का हादसा
बताया जा रहा है कि पहाड़ी कोरवा युवक गुड्डू का 4 अक्टूबर 2025 को सड़क दुर्घटना हो गया. उसे इलाज के लिए अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया. सिर में गंभीर चोट लगने के कारण उसे अगले दिन (5 अक्टूबर) मेडिकल कॉलेज अस्पताल की ICU से रायपुर रेफर कर दिया गया. लेकिन 6 अक्टूबर तक उसे एम्बुलेंस नहीं मिली.
मेडिकल विवरण और परिजनों की चिंता
NDTV से बातचीत में अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज के डॉ. अप्पु कुमार ने बताया कि युवक के दिमाग पर गंभीर चोट है. उसे विशेष एम्बुलेंस के माध्यम से रेफर किया गया है और रेफर कार्ड भी तैयार किया गया है. उन्होंने कहा, “एम्बुलेंस कब पहुंचेगी, इसका जवाब अस्पताल प्रबंधन ही दे सकता है. 24 घंटे से यहां भर्ती है. दिमागी चोट के कारण स्थिति गंभीर हो सकती है.”
युवक के परिजन संजय ने बताया कि रोड पर गिट्टी गिरने के कारण भाई गुड्डू कोरवा की दुर्घटना हुई. पत्नि सुषमा ने कहा कि तीन रातें हो गई हैं लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ. अस्पताल प्रशासन बार-बार कह रहा है कि “एम्बुलेंस आ रही है”, लेकिन बीते 24 घंटे से इंतजार जारी है. ICU में भर्ती युवक की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है.
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