MP News: सतनामी समाज के खिलाफ बोल कर फंसे कथावाचक आशुतोष चैतन्य, गिरफ्तारी के बाद भी विरोध जारी

Ashutosh Chaitanya Maharaj: कथावाचक की गिरफ्तारी के बावजूद सतनामी समाज पीछे हटने को तैयार नहीं है. उनका कहना है कि जब तक वीडियो की फॉरेंसिक रिपोर्ट नहीं आ जाती और कानूनी कार्रवाई पूरी नहीं होती, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा.

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Katha wachak बिलासपुर जिले के तखतपुर क्षेत्र में कथावाचक आशुतोष चैतन्य महाराज के बयान पर शुरू हुआ विवाद लगातार बढ़ता ही जा रहा है. शुक्रवार और शनिवार को स्थिति और खराब हो गई, जब सतनामी समुदाय और पुलिस आमने-सामने हो गए.

वायरल वीडियो बना टकराव का कारण

मामला उस समय भड़क उठा, जब कथावाचक का एक कथित विवादित वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया. इसके बाद सतनामी समाज ने इसे अपनी धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला बताते हुए कड़ा विरोध दर्ज कराया. वीडियो के वायरल होने के अगले ही दिन बुधवार को बड़ी संख्या में लोग तखतपुर थाने का घेराव करने पहुंचे और आशुतोष चैतन्य के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की.

प्रशासन की कार्रवाई, अपराध दर्ज

बढ़ते दबाव के बीच पुलिस ने कथावाचक के खिलाफ धारा 353(2) के तहत अपराध दर्ज करने के साथ ही वायरल वीडियो को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है. इस बीच आशुतोष चैतन्य ने एक वीडियो जारी कर समाज से माफी भी मांगी. उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य किसी समुदाय की भावना आहत करना नहीं था, लेकिन समाज ने इसे अपर्याप्त बताते हुए आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया.

गिरफ्तारी के बाद अदालत परिसर में तनाव

शनिवार 15 नवंबर को पुलिस ने आशुतोष चैतन्य को गिरफ्तार कर स्थानीय न्यायालय में पेश किया. इसी दौरान कोर्ट परिसर के बाहर माहौल अचानक गरम हो गया. सतनामी समाज के लोग बड़ी संख्या में पहुंच गए, जिसके चलते पुलिस को भारी सुरक्षा बल तैनात करना पड़ा. तनाव बढ़ता देख पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप कर दोनों पक्षों को शांत कराया और भीड़ को नियंत्रित कर किसी बड़ी घटना को टाल दिया.

समुदाय का रुख कानूनी प्रक्रिया पूरी होने तक विरोध जारी रहेगा

कथावाचक की गिरफ्तारी के बावजूद सतनामी समाज पीछे हटने को तैयार नहीं है. उनका कहना है कि जब तक वीडियो की फॉरेंसिक रिपोर्ट नहीं आ जाती और कानूनी कार्रवाई पूरी नहीं होती, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा.

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परिस्थिति पर प्रशासन सख्त

प्रशासन ने साफ चेतावनी दी है कि न्यायालय परिसर या किसी भी सार्वजनिक स्थान पर शांति भंग करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल, आशुतोष चैतन्य 2 दिन की न्यायिक रिमांड में हैं और मामले की जांच जारी है. बिलासपुर में यह मामला अब केवल एक विवादित वीडियो का मुद्दा नहीं रह गया है, बल्कि समुदाय की भावनाओं, कानून-व्यवस्था और सामाजिक संतुलन का बड़ा सवाल बनकर उभर रहा है.

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