NMDC का चेकडैम फटने के बाद किरंदुल में दिखा भयावह नजारा, पानी की रफ्तार थी इतनी तेज कि बहा ले गए सैकड़ों घर

Chhattisgarh News: एनएमडीसी और नगरपालिका की खींचतान के चलते अब तक सफाई नहीं हुई. इस वजह से भारी बारिश में चेकडैम बह गया और सैकड़ों घर तबाह हो गए.

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NMDC का चेकडैम फटने से लोग हुए बेघर

Check Dam Break: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले के किरंदुल शहर से एक खौफनाक मामला सामने आया. यहां बने एनएमडीसी माइन्स प्रोजेक्ट (NMDC Mines Project) में आयरन ओर की खदान 11बी में बना बांध टूट गया. इससे किरंदुल शहर के कई इलाकों में फटे डैम से निकलने वाला गंदा मलबा बहने लगा. इसकी वजह से इन वार्डों के 100 से अधिक घर तबाह हो गए. इसके बाद कई लोग बेघर हो गए. अचानक आई इस आपदा के मंजर को देखने वालों के रौंगटे खड़े हो गये. 

चेकडैम ने मचाई तबाही

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बांध टूटने से ऐसी तबाही हुई जिससे लोग बेघर तक हो गए. लोगों का सबकुछ तबाह हो गया. जिन घरों में लाल पानी घुसा, वहां घरेलू उपयोग के टीवी, कूलर, आलमारी, फ्रीज, जैसा सब बहकर सड़क पर आ गया. घरों में एक फ़ीट से अधिक लौह अयस्क का मलबा जमा हो गया.

आखिर किसकी लापरवाही 

बंगाली कैंप के ऊपर पहाड़ी पर एनएमडीसी की लोह अयस्क खदान नंबर 11बी और 11सी है. यहां आयरन ओर की खुदाई का काम होता है. साल 1989 में छह नंबर चेकडैम का निर्माण 10 हजार क्यूबिक मीटर क्षमता का डैम बनाया गया था, जिसपर हर साल मलबे की सफाई करवाना होता था. लेकिन, पिछले दो साल से इस डैम की सफाई अटकी हुई है. 

कई लोग हुए बेघर

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प्रशासन की टीम जुटी आंकलन में

पूरे मामले में प्रशासनिक टीम द्वारा पास के ही मंगल भवन में राहत शिविर बनाकर पीड़ितों को रखा गया है. साथ ही एक टीम मुवावजे का आंकलन लगाने में जुटी है. मामले में कांग्रेस जिलाध्यक्ष अवधेश गौतम ने स्थिति का जायजा लेते हुए एनएमडीसी को इस हादसे का कसूरवार ठहराया.

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