शुरू होने जा रही है नई शिक्षण सत्र, लेकिन इस पूरे स्कूल को चलाता है एक शिक्षक, कैसे होगी आखिर पढ़ाई?

Chhattisgarh News: बेमेतरा जिले में नए शिक्षण सत्र की शुरुआत हो रही है. लेकिन, जिले में शिक्षकों की भारी कमी है. यहां कई स्कूल एक ही शिक्षक के भरोसे चल रहे है.

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स्कूलों में है शिक्षक की कमी

Lack of Teachers in CG: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बेमेतरा (Bemetra) जिले में नए शिक्षा सत्र (Educational Session) की शुरुआत हो चुकी है. यहां 16 जून को स्कूल खुलने थे, लेकिन गर्मी को देखते हुए अब 26 जून से स्कूलों की शुरुआत होने वाली है. सबसे ज्यादा बुरी स्थिति छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री दयाल दास बघेल (Dayal Das Baghel) के ब्लॉक नवागढ़ की है. मिडिल स्कूल के प्रधान पाठक के 44, हिंदी संस्कृत के 38, अंग्रेजी के 73, गणित के 40, विज्ञान के 16 और सामाजिक विज्ञान के 43 पद खाली है.  

एक ही शिक्षक चला रहा स्कूल

नवागढ़ ब्लॉक के साथ ही जिले के कई स्कूल ऐसे भी हैं, जहां एक ही शिक्षक है जो कक्षा पहली से लेकर पांचवी तक की पढ़ाई कराते है. साथ ही शिक्षक ही स्कूल में बाबू का भी काम करते हैं. जिला शिक्षा अधिकारी भी मान रहे हैं कि शिक्षा सत्र प्रारंभ होने को है और कई स्कूल ऐसे हैं जहां एक शिक्षक की हैं. ऐसी जगह पर शिक्षकों की पदस्थापना की जाएगी और जो अटैचमेंट में है. ऐसे स्कूलों के शिक्षकों को वहां पर भेजा जाएगा या फिर अतिशेष शिक्षक जिस स्कूल में है. ऐसे शिक्षकों की पदस्थापना एकल स्कूली  में की जाएगी.

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योजनाएं या व्यवस्था जरूरी

राज्य सरकार इस वर्ष शिक्षा गुणवत्ता वर्ष मनाने जा रहा है. गुणवत्ता लाने के लिए योजनाएं जरूरी है या आयोजन, यह विभाग के अलावा कोई नहीं समझ सकता. आज हालात यह है कि प्रयोग ने शिक्षा की गुणवत्ता गिरा दी है. वर्तमान में हायर सेकेंडरी तक पढ़ने वाला युवा एक आवेदन पत्र भी ठीक से नहीं लिख सकता है. हालत यह है कि 1950 के दशक में जो कक्षा सातवीं की पढ़ाई थी, आज 2024 में 12वीं के छात्र उनसे कमजोर हैं. 

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