Bhilai Steel Plant: भारत के 'रेलवे मार्वल' में भिलाई स्टील प्लांट का बढ़ा योगदान, दिया 12,000 टन से ज्यादा स्टील

Bhilai Steel in Chenab Bridge: चिनाब रेलवे ब्रिज में भिलाई स्टील प्लांट का कुल 12,432 टन लोहा लगा है. बीएसपी ने इस पुल के सबसे बड़े हिस्से का योगदान दिया है. आइए आपको इसके बारे में विस्तार से जानकारी देते हैं.

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भिलाई स्टील प्लांट के लोहे का इस्तेमाल चिनाब ब्रिज में इस्तेमाल हुआ है

Chenab Bridge News: भारत ने एक नया कीर्तिमान रच दिया है. जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) की चिनाब नदी पर बना विश्व का सबसे ऊंचा रेलवे पुल, चिनाब ब्रिज (Chenab Bridge) राष्ट्र को समर्पित हो गया है. इसके साथ ही, कटरा श्रीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाई गई. इस पुल का संबंध छत्तीसगढ़ से बहुत गहरा है. इस ऐतिहासिक पुल की मजबूती और भव्यता के पीछे दुर्ग के भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) का नाम भी शामिल है. भिलाई स्टील प्लांट ने इस पुल के निर्माण का सबसे बड़ा हिस्सा दिया है.

भिलाई प्लांट का लोहा चिनाब ब्रिज में

बीएसपी का योगदान सबसे ज्यादा

359 मीटर ऊंचे इस इंजीनियरिंग चमत्कार में जिस स्टील का उपयोग हुआ है, उसका सबसे बड़ा हिस्सा 12,432 टन भिलाई इस्पात संयंत्र ने उपलब्ध कराया. चाहे वो टीएमटी बार हो, स्ट्रक्चरल स्टील या प्लेट्स, हर धातु में भिलाई की गुणवत्ता झलकती है. इतना ही नहीं, भिलाई स्टील प्लांट ने अटल टनल से लेकर आईएनएस विक्रांत और बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट तक, देश के हर अहम प्रोजेक्ट को मजबूती दी है.

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सेल की विभिन्न इकाइयों से स्टील की आपूर्ति

बीएसपी सहित सेल के बोकारो, बर्नपुर स्थित इस्को स्टील प्लांट, दुर्गापुर स्टील प्लांट व राउरकेला स्टील प्लांट ने भी स्टील की आपूर्ति की है. चिनाब रेलवे ब्रिज और अंजी ब्रिज की शुरुआत होने के बाद रेलवे कनेक्टिविटी को एक नया आयाम मिलने वाला है.

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