Bastar Olympic 2025: बस्तर ओलंपिक से निकले नेशनल मेडलिस्ट, मैरी कॉम ने कहा- आदिवासी युवाओं के लिए मौका

Bastar Olympic 2025: बस्तर ओलंपिक में अमित शाह शामिल हो रहे हैं. वहीं एमसी मैरी कॉम ने इसे बस्तर के युवाओं के लिए एक शानदार मंच बताते हुए कहा, "मुझे इन युवा खिलाड़ियों को देखकर काफी अच्छा लगा. ये भी आदिवासी क्षेत्र से हैं, जिसने मुझे इन खिलाड़ियों से कनेक्ट किया. इन खिलाड़ियों को बेहतर मार्गदर्शन मिलना चाहिए. छत्तीसगढ़ सरकार ने इन्हें शानदार मंच दिया है.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
Bastar Olympic 2025: बस्तर ओलंपिक से निकले नेशनल मेडलिस्ट, मैरी कॉम ने कहा- आदिवासी युवाओं के लिए मौका

Bastar Olympic 2025: बस्तर ओलंपिक (Bastar Olympic) 2025 का आगाज हो चुका है. पिछले साल बस्तर ओलंपिक में बेहतरीन प्रदर्शन करने के बाद कई खिलाड़ी एकेडमी में चयनित हुए. बस्तर जिले के खिलाडी मनीष मौर्य, मनीष वट्टी, अमन नाग, बिलासपुर बालिका आवासीय कबड्डी अकादमी में चयनित बस्तर जिले के खिलाड़ी- कु. लितिका पोयाम, कु. मोती कश्यप आवासीय खेल अकादमी रायुपर हॉकी में चयनित हुए. वहीं पिछले साल के बस्तर ओलंपिक में चयनित खिलाड़ी कोंडागांव जिले की कु. सुशीला नेताम ने नेशनल गेम्स उत्तराखंड में आर्चरी में कांस्य पदक जीती. जबकि कु. जिज्ञासा कश्यप, कु. परमेश्वरी सोढ़ी, मनीष मौर्य ने स्कूल गेम्स में राष्ट्रीय स्तर पर भाग लिया और ओपन नेशनल में प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया. इस बार भी खिलाड़ियों से काफी उम्मीदे हैं.

अमित शाह बस्तर ओलंपिक से जुड़े कार्यक्रम में होंगे शामिल

बस्तर ओलंपिक के समापन कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहुंचेंगे. आज रात करीब 9:00 बजे रायपुर पहुंचेंगे, रात्रि विश्राम के बाद 13 दिसंबर की सुबह जगदलपुर के लिए रवाना होंगे. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह लगातार दूसरे वर्ष बस्तर ओलंपिक के समापन कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं.

मैरी कॉम ने कहा आदिवासी युवाओं के लिए शानदार मंच

बस्तर ओलंपिक 2025 की संभाग स्तरीय प्रतियोगिता की शुरुआत गुरुवार को हुई. ओलंपिक मेडलिस्ट एमसी मैरीकॉम इस मौके पर कार्यक्रम में शामिल हुईं. उन्होंने आदिवासी क्षेत्रों से जुड़े एथलीट्स के लिए इस तरह के कार्यक्रम के आयोजन पर खुशी जताई है. दिग्गज बॉक्सर का मानना है कि ये युवा भविष्य में देश का नाम रोशन करते नजर आ सकते हैं. 

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गुरुवार को बस्तर ओलंपिक 2025 के तहत संभाग स्तरीय प्रतियोगिता का शुभारंग किया, जिसमें तीन स्तर की प्रतियोगिताओं के माध्यम से प्रतिभाओं को मंच प्रदान किया जा रहा है.

इस मौके पर एमसी मैरी कॉम ने कहा, "मुझे दूसरी बार यहां बुलाया गया है. मैं खुद एक आदिवासी क्षेत्र से आती हूं. मुझे यहां आकर बेहद खुशी हुई, क्योंकि इससे मुझे बस्तर के युवाओं से मिलने और उन्हें प्रेरित करने का मौका मिला है." ओलंपियन ने सरकार की नीतियों की सराहना करते हुए कहा, "सरकार भविष्य में भी आदिवासी क्षेत्रों से जुड़े एथलीट्स के लिए ऐसे ही कार्यक्रम का आयोजन करना चाहती है. इससे युवाओं को मोटिवेशन मिलेगा. यह प्लेटफॉर्म उनके प्रदर्शन को निखारेगा. भविष्य में यह खिलाड़ी अपने राज्य और अपने देश का नाम रोशन करेंगे. कॉमनवेल्थ गेम्स को लेकर भी मुझसे सुझाव मांगे गए हैं."

Advertisement
एमसी मैरी कॉम का मानना है कि बस्तर में खेल सुविधाओं में काफी सुधार हुआ है. उन्होंने कहा, "मुझे यहां स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर में काफी डेवलपमेंट नजर आया है. सरकार खेलों पर काफी ध्यान दे रही है. हमारे समय में ज्यादा सुविधाएं नहीं थीं, लेकिन जितनी भी सुविधाएं हमारे पास थीं, हमने उसका भरपूर इस्तेमाल किया. धीरे-धीरे सरकार ने सुविधाओं में इजाफा किया है. आज के दौर में बच्चों को खेल के प्रति प्रेरित करना चाहिए. विजेताओं के लिए इनाम के तौर पर शानदार कैश रिवॉर्ड दिया जा रहा है, जिससे उन्हें मोटिवेशन मिलता है."

एमसी मैरी कॉम ने इसे बस्तर के युवाओं के लिए एक शानदार मंच बताते हुए कहा, "मुझे इन युवा खिलाड़ियों को देखकर काफी अच्छा लगा. ये भी आदिवासी क्षेत्र से हैं, जिसने मुझे इन खिलाड़ियों से कनेक्ट किया. इन खिलाड़ियों को बेहतर मार्गदर्शन मिलना चाहिए. छत्तीसगढ़ सरकार ने इन्हें शानदार मंच दिया है. मुझे लगता है कि ये खिलाड़ी बेहद टैलेंटेड हैं, जो भविष्य में बड़े मुकाम हासिल कर सकते हैं."

यह भी पढ़ें : SIR फार्म भरने आया 'तलवार सिंह' गिरफ्तार; 2 राज्यों में दर्ज हैं 100 से ज्यादा अपराध

Advertisement

यह भी पढ़ें : CM मोहन यादव ने पेश किया- 2 साल का काम, 3 वर्ष का प्लान; दावे करके बताया- ये विकास का स्वर्णिम दौर

यह भी पढ़ें : MP हाईकोर्ट अफीम तस्करी मामले में नाराज; तलाशी-जब्ती की रिकॉर्डिंग नहीं किए जाने पर जानिए क्या कहा?

Advertisement

यह भी पढ़ें : MP में डॉ मोहन यादव सरकार के दो साल; देखिए रिपोर्ट कार्ड, प्रमुख नीतियां और ऐतिहासिक निर्णय