वन विभाग की नाक के नीचे से कट रहे बांस ! कल तस्करों ने उड़ाए 200 पेड़

Surguja News : छत्तीसगढ़ के सरगुजा में वन विभाग की नाक के नीचे से बांस काटे जा रहे हैं. आलम ऐसा है कि तस्करों में कोई खौफ नहीं है.... यही नहीं, बीती रात तस्करों ने एक दो नहीं बल्कि 200 से ज़्यादा पेड़ काट दिए. 

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
वन विभाग की नाक के नीचे से कट रहे बांस ! कल तस्करों ने उड़ाए 200 पेड़

Chhattisgarh News in Hindi : छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सरगुजा (Surguja) जिले से अवैध तरीके से बांस काटने का मामला सामने आया है. गांव के लोगों की सूचना पर वन विभाग ने मौके पर सैकड़ों कटे बांस बरामद किए, लेकिन तस्कर भाग निकले. स्थानीय लोगों का आरोप है कि वन विभाग के ही एक कर्मचारी की मिलीभगत से वन तस्कर रात में अवैध तरीके से बांस और पेड़ की कटाई करते हैं. वन विभाग ने अवैध कटाई का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. घटना जिले के लखनपुर के गुमगरा कला से सामने आई है.

जानिए क्या है मामला ?

दरअसल, घटना बीती रात की है, जब लखनपुर के कटकोना चौक के कुछ लोगों ने जंगली इलाके  से अवैध तरीके से बांस काटकर बेचने की प्लानिंग की थी. लोगों ने बताया कि दो ट्रैक्टर बांस पहले ही बेच दिए गए थे. उन्होंने इसकी खबर वन विभाग के अधिकारियों को दी. वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन देर होने के चलते वन तस्करों ने दो सौ से ज्यादा बांस के पेड़ काट दिए थे.

कब से हो रही तस्करी ?

वन विभाग की उड़न दस्ते को देखते ही तस्कर वहां से भाग निकले. वन विभाग की टीम ने मौके से लगभग 100 नग बांस के कटे हुए टुकड़े बरामद किए. आस-पास के लोगों का आरोप है कि वनपाल की मिलीभगत से तस्कर पेड़ काट रहे हैं. मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि लखनपुर के गुमगरा के जंगलों में आए दिन पेड़ और बांस की अवैध कटाई हो रही है. इस बीट के वनपाल ना तो रात में सर्चिंग या गश्ती करते हैं और ना ही लोगों के फोन करने पर जवाब देते हैं.

ये भी पढ़ें : 

अचानक खेत में बना 20 फुट का गड्ढा ! दूर से देखने आए लोग... क्यों धंस गई जमीन ?

Advertisement

लोगों ने लगाए ये आरोप

जब जहां पर अवैध बांस की कटाई हो रही थी, वहां से वन विभाग का वेटिंग रूम चंद कदमों की दूरी पर है. जहां वनपाल रहते हैं. यही नहीं, लोगों ने बताया कि वन विभाग के दफ्तर में जाकर खबर देने के बाद भी वनपाल की तरफ से कोई एक्शन नहीं लिया गया. लोगों को तो इस बात का भी शक होता है कि कहीं वनपाल इन तस्करों के साथ मिले हुए तो नहीं हैं.

ये भी पढ़ें : 

एक नाली के बगल में दूसरी नाली क्यों ? सवाल पर नगर पालिका ने दिया ये जवाब

Topics mentioned in this article