Terror Of Leopard: छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में तेंदुए के आंतक से कोहराम मचा है. आतंक का पर्याय बना तेंदुआ अभी भी वन विभाग की पकड़ से बाहर है, जिससे खतरा लगातार बना हुआ है. आदमखोर तेंदुआ जिले में अब तक कुल 6 लोगों पर हमला कर चुका है. अब तक तेंदुए के जानलेवा हमले से एक बच्चे की मौत तो 5 लोग घायल हो चुके है..
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धमतरी-कांकेर जिला बार्डर पर तेंदुए ने 3 वर्षीय मासूम को बनाया पहला शिकार
आदमखोर तेंदुआ के हमले की पहली घटना गत 2 माह पूर्व धमतरी जिले और कांकेर जिले के सरहद पर हुआ, जहां कोरमुड़ गांव में अपने घर की बाड़ी में खेल रहे एक 3 वर्षीय तीरेश मरकाम नामक बच्चे को शिकार बनाया. बच्चे के अचानक लापता होने से परिजनों ने खोजबीन शुरू की. घर के आसपास तेंदुआ के पंजे के निशान मिलने पर परिजनों ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस व वन विभाग ने दुधावा की पहाड़ी पर खोजबीन के दौरान बच्चे का सिर बरामद किया.
दुधावा के नयापारा में घात लगाकर बैठे तेंदुए ने मासूम बच्ची को बनाया दूसरा शिकार
आदमखोर तेंदुएं के हमले की दूसरी घटना गत 25 सितंबर को हुई. तेंदुए ने दुधावा के नयापारा में बुआ के साथ आंगनबाड़ी जा रही एक बच्ची पर जानलेवा घात लगाकर हमला किया और मासूम को उठाकर ले जाने लगा, तो बुआ ने जान की बाजी लगाकर तेंदुए से भिड़ गई और मासूम की जान बच गई. हमले में बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई. गले में गहरे जख्म के बाद उसे अस्पताल लाया गया, जहां उसका उपचार अभी भी जारी है.
सरोना वन परिक्षेत्र के ग्राम लेंडारा में युवक ने पेड़ पर चढ़कर बचाई तेंदुए से अपनी जान
जिले में आदमखोर तेंदुए के हमले की तीसरी घटना कांकेर वन मंडल के अंतर्गत सरोना वन परिक्षेत्र के ग्राम लेंडारा में हुई, जहां खेत मे काम करने के दौरान तेंदुआ आ धमका. तेंदुआ को देख काम कर रहे लोग सहम गए. जान बचाने के लिए कुछ लोग भागे, तो कुछ पेड़ पर चढ़ गए, लेकिन तेंदुए 3 लोगों को अपना शिकार बना लिया. इस हमले में पनकु राम नेताम, हरिराम शोरी, सुखचंद शोरी गंभीर रूप से घायल हो गए.
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चौथी घटना
चौथी घटना आज दिन मंगलवार दुधवा की है. यहाँ फिर एक बालक पर तेंदुआ ने जानलेवा हमला किया है. बताया जा रहा है कि दुधावा निवासी 11 वर्षीय बालक नीरज ध्रुव खेल रहा था. इसी दौरान क्षेत्र में अचानक तेंदुआ आपहुँचा और बालक पर हमला कर दिया. आसपास के लोगो की नजर पड़ते ही तेंदुआ बालक छोड़ भाग निकला. बालक के गले में गहरे जख्म के निशान है. बालक का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है. तेंदुआ के लगातार हमले से पूरे दुधावा क्षेत्र में दहशत का माहौल बन चुका है.
लगातार हमले से जहाँ एक ओर ग्रामीण दहशत में है तो वही विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे है. ग्रामीणों में विभाग के खिलाफ आक्रोश बढ़ता जा रहा है.