रायपुर के गांव में 8 गायों की मौत, BJP ने कांग्रेस पर साधा निशाना

पशु चिकित्सा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि नवा रायपुर के तूता गांव में गायों की मौत की सूचना मिलने के बाद सोमवार सुबह पशु चिकित्सकों के एक दल को घटनास्थल पर भेजा गया था. उन्होंने बताया, ''आठ मवेशियों की मौत हुई है तथा 11 अन्य बीमार हैं.''

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रायपुर के गांव में 8 गाय की मौत
रायपुर:

छत्तीसगढ़ में रायपुर जिले के एक गांव में सोमवार को आठ गाय मृत पाई गईं और 11 अन्य बीमार हो गई. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. राज्य के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरोप लगाया है कि सत्ताधारी दल कांग्रेस के हाल में हुए एक कार्यक्रम के दौरान आयोजन स्थल के पास फेंके गए दूषित भोजन को खाने से इन मवेशियों की मौत हुई है.

आठ मवेशियों की हुई मौत 

वहीं कांग्रेस ने भाजपा पर इस घटना पर स्तरहीन राजनीति करने का आरोप लगाया. अधिकारियों ने बताया कि मवेशियों की मौत के कारणों के बारे में अभी जानकारी नहीं मिली है. पशु चिकित्सा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि नवा रायपुर के तूता गांव में गायों की मौत की सूचना मिलने के बाद सोमवार सुबह पशु चिकित्सकों के एक दल को घटनास्थल पर भेजा गया था. उन्होंने बताया, ''आठ मवेशियों की मौत हुई है तथा 11 अन्य बीमार हैं.''

नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया

अधिकारी ने बताया कि बीमार पशुओं का इलाज किया गया है. उनकी हालत स्थिर बताई गई है. पशु चिकित्सकों का दल मवेशियों की स्थिति पर नजर रखने के लिए गांव में है. उन्होंने बताया कि मृत मवेशियों के विसरा के नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों के बारे में सही जानकारी मिल सकेगी.

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भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अरुण साव ने दावा किया कि तूता-माना इलाके में लगभग 30 गाय की मौत हो गई है और प्रशासन इस मामले को छिपाने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के कार्यक्रम के बाद मेला स्थल के आस-पास फेंके गए पैकेट का दूषित खाना खाने से मवेशियों की मौत हुई है.

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साव ने कहा, ''युवा मितान कार्यक्रम (दो सितंबर) में आए कार्यकर्ताओं को ऐसा खाना परोसा गया था जो खाने लायक नहीं था. उनके जीवन के साथ खिलवाड़ करने का काम हुआ. उन्होंने खाना नहीं खाया. वे उसे छोड़कर चले गए और उस बासी भोजन को खाने से 30 से अधिक गाय की मौत हो गई. कई गायें संक्रमण की शिकार हो गई हैं. प्रशासन कांग्रेस के दबाव में उस घटना को दबा रहा है, लीपापोती कर रहा है.''

पशु मालिकों को एक-एक लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग

उन्होंने ने इस घटना को ''गोहत्या'' बताया और इसके लिए राहुल गांधी और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को जिम्मेदार ठहराया. साव ने पशु मालिकों को एक-एक लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि राज्य में भाजपा ने घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि प्रशासन गायों की मौत के कारणों की जांच कर रहा है.

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शुक्ला ने कहा, ''गायों की मौत दुखद है. मामले की जांच की जा रही है. घटना में जिसकी भी लापरवाही सामने आएगी उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में भाजपा गायों की मौत पर निम्न स्तर की राजनीति कर रही है. घटना की हकीकत सामने आए बिना भाजपा आरोप लगा रही है.''

उन्होंने कहा है, ''15 साल में रमन राज (पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के शासन) में गौशालाओं में 17 हजार से अधिक गायों की मौत हुई थी. रमन राज में गौशाला के अनुदान के नाम पर 1,667 करोड़ रूपए भाजपा नेता डकार गए थे.''

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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