रामनगरी अयोध्या भेजा जाएगा छत्तीसगढ़ से 300 टन चावल, भगवान श्रीराम को लगेगा भोग

छत्तीसगढ़ के नए सीएम विष्णु देव साय 28 दिसंबर को चावल से भरे ट्रक को हरी झंडी दिखाकर अयोध्या के लिए रवाना करेंगे. भगवान श्री राम को छत्तीसगढ़ का भांजा माना जाता है. उनकी माता कौशल्या का जन्म छत्तीसगढ़ में ही हुआ था.

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22 जनवरी को होना है राम मंदिर का उद्घाटन

Chhattisgarh News: अयोध्या (Ayodhya) में 22 जनवरी को राम लला के प्राण प्रतिष्ठा होनी है. जिसको लेकर पूरे देश में भव्य तैयारियां चल रही है. छत्तीसगढ़ में भी इस दिन को लेकर काफी तैयारियां की जा रही है. भगवान राम को छत्तीसगढ़ के चावल का भोग लगाया जाएगा. इसके लिए पूरे प्रदेश से लगभग 3 सौ टन चावल को अयोध्या लाया जाएगा. ये अब तक कि सबसे बड़ी चावल की खेप है जो अयोध्या पहुंचेगी. इस चावल को छत्तीसगढ़ के कई जिलों से एकत्रित करके अयोध्या लाया जाएगा.

28 दिसंबर को चावल के ट्रक को हरी झंड़ी दिखाएंगे सीएम साय

छत्तीसगढ़ के नए सीएम विष्णु देव साय 28 दिसंबर को चावल से भरे ट्रक को हरी झंडी दिखाकर अयोध्या के लिए रवाना करेंगे. मनेद्रगढ़ विधायक और कैबिनेट मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ कौशल प्रदेश रहा है जो रामलला की जननी माता कौशल्या की जन्म भूमि है, इसलिए भगवान राम हमारे भांजे है. उन्होंने कहा राम लाल की स्थापना अयोध्या में हो रही है, जैसे ननिहाल में बालक पैदा होने पर उत्सव मानते हैंं, वैसा उत्सव हम लोग भी मनाएंगे. मैं सभी से इसके लिए अपील भी कर चुका हूं.

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राम लला को लगेगा छ्त्तीसगढ़ के चावल का भोग

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अपने शहर और गांव में बनाएं एक उत्सव का माहौल

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि अपने शहर, गांव में एक उत्सव का माहौल बनाएं और अपने घरों को सजाएं, दीप जलाए साथ ही नगर भ्रमण करें. पूरे देश सहित छत्तीसगढ़ के सभी क्षेत्रों में श्री राम भगवान के लिए कलश भ्रमण का आयोजन हो रहा है. पूरे प्रदेश में धार्मिक के साथ - साथ सांस्कृतिक और आध्यत्मिक माहौल बनना शुरू हो चुका है. सभी राईस मिलों के मालिक मिलकर पूरे प्रदेश भर से 300 टन अच्छे क्वालिटी के चावल 28 दिसंबर को अयोध्या के लिए रवाना कर रहे हैं. सभी धार्मिक संगठनों, सामाजिक संगठनो और छत्तीसगढ़ के लाखों लोगों ने इस मुहिम में बढ़ चढ़ कर अन्न दान किया है. वैसे भी छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है और प्रभु राम को छत्तीसगढ़ का भांजा माना जाता है.

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