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विजय शंकर पांडेय

चीफ सब एडिटर
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देश और दुनिया देखने और समझने का कौतूहल बचपन से रहा. हिन्दी और संस्कृत से मेलजोल पारिवारिक पृष्ठभूमि के कारण हुआ. युवा होते ही राजनीति दिलचस्प लगने लगी और तीनों के संगम के कारण पत्रकारिता में रम गया. लगभग दो दशकों की पत्रकारिता में कई दौर देखे और महत्वपूर्ण बदलावों का नजदीक से साक्षी बना. पाठकों और दर्शकों को हर बदलाव की गहराई के साथ सटीक जानकारी दी. कमजोरों की आवाज बना और सरकार तक पत्रकारिता के जरिए उनकी आवाज पहुंचाई.

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