विज्ञापन
  • ब्लॉग राइटर

    ब्लॉग राइटर

  • img

    'उनका मज़हब उन्हें मुबारक, मेरा मज़हब मुझे मुबारक' - इस सोच में एक समस्या है...!

    आश्चर्य होता है कि कि भारत में विभिन्न मजहबी नेताओं को बुलाकर सामूहिक प्रदर्शन के द्वारा सौहार्द को बनाने का एक असफल प्रयास किया जाता है, जबकि अपने मूल दर्शन में ही ये एक दूसरे के मूल्यों के विरुद्ध होते हैं.

Close