Madhya Pradesh Assembly Elections: मध्य प्रदेश में, मौजूदा विधायकों (Sitting MLAs) में से 81% करोड़पति हैं, जबकि 230 विधायकों की औसत संपत्ति 10.76 करोड़ रुपये है. मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) वो राज्य है जहां आम आदमी की प्रति व्यक्ति आय 1,40,583 रुपये या लगभग 11,000 रुपये प्रति माह है. 230 मौजूदा विधायकों की जानकारी को खंगालने पर पता लगा है कि उनके पास साल 2018 में औसत संपत्ति 10.76 करोड़ रुपये थी,जो 2013 में चुने गए हर विधायक के 5.24 करोड़ रुपये के आंकड़े से 105% अधिक थी और 2008 के मुकाबले 647% अधिक थी. 2008 में विधायकों की औसत संपत्ति 1.44 करोड़ रु. थी.
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (Association for Democratic Reforms) की रिपोर्ट के मुताबिक, 230 में से 186 (81%) विधायक करोड़पति हैं. बीजेपी के 129 विधायकों में से 107 (83%) करोड़पति थे, जबकि कांग्रेस के 97 विधायकों में से 76 (78%) करोड़पति हैं. 4 में से 3 निर्दलीय विधायक (Independent MLA) भी करोड़पति हैं.
2008 में 85 MLA करोड़पति थे अब 186
2008 के चुनावों में चुने गए करोड़पति विधायकों की संख्या सिर्फ 84 थी, जो 2013 के चुनावों में 92% बढ़कर 161 तक पहुँच गई. 2018 के चुनावों में चुने गए करोड़पति विधायकों की संख्या 15.5% बढ़कर 186 विधायक हो गई. सत्तारूढ़ बीजेपी के करोड़पति विधायकों की संख्या, 2013 में 118 थी, लेकिन दिलचस्प बात यह है कि 2018 के चुनावों में 9% घटकर 107 हो गई, जबकि कांग्रेस के करोड़पति विधायकों की संख्या जो 2013 में सिर्फ 40 विधायकों थी, 2018 में 142% बढ़कर 97 विधायक हो गई.
संजय पाठक सबसे अमीर, कमलनाथ छठे नंबर पर
पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक संजय पाठक (BJP MLA Sanjay Pathak) 226 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति के साथ सबसे अमीर विधायक बने हुए हैं, जो 2013 की तुलना में 141 करोड़ रुपये से 60% अधिक है. राज्य कांग्रेस प्रमुख कमल नाथ (Kamal Nath) 124 करोड़ रुपये की कुल घोषित संपत्ति के साथ सबसे अमीर विधायकों की सूची में छठे स्थान पर थे, जबकि 2018 के चुनावों में दायर हलफनामे के मुताबिक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान(Shivraj Singh Chauhan) के पास 7 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है.
और सत्तारूढ़ पार्टी के एक और पहली बार के आदिवासी विधायक शरद कोल के पास 8.4 लाख रुपये की कुल संपत्ति है.
20 फीसदी MLA पर गंभीर क्रिमिनल केस
रिपोर्ट यह भी कहती है, 40% विधायकों पर आपराधिक मामले हैं, जबकि 20% विधायकों पर गंभीर आपराधिक मामले हैं. बीजेपी में कुल 129 विधायकों में से 30% पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, 16% गंभीर आपराधिक मामलों में आरोपी हैं. कांग्रेस में कुल 97 विधायकों में से 54% पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि 26% विधायक गंभीर आपराधिक मामलों में आरोपी हैं. मौजूदा 230 विधायकों में से 59 पोस्ट ग्रेजुएट (35 बीजेपी और 24 कांग्रेस), 55 महज ग्रेजुएट (28 बीजेपी, 26 कांग्रेस और एक निर्दलीय विधायक), जबकि 39 ग्रेजुएट प्रोफेशनल (25 बीजेपी, 13 कांग्रेस और एक निर्दलीय विधायक). 230 विधायकों में से पांच डॉक्टरेट (4 बीजेपी और एक कांग्रेस) , जबकि चार पेशेवर डिप्लोमा धारक (2 बीजेपी, एक कांग्रेस और एक निर्दलीय), कुल 35 विधायक बारहवीं कक्षा पास हैं. जबकि विधायक निरक्षर भी हैं.
ये भी पढ़ें: MP Election: CM शिवराज की सभा में भीड़ जुटाने के लिए बांटी जा रहीं थीं साड़ियां, प्रशासन ने की जब्त