Chhattisgarh Assembly Election : क्या अमित शाह की टीम संभालेगी चुनावी मैनेजमेंट? कांग्रेस ने इस पर कसा तंज

छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने प्रदेशाध्यक्ष, उपाध्यक्ष, 3 महामंत्री समेत संगठन के बड़े जिम्मेदारों को चुनावी मैदान में उतारा है. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि जब संगठन के प्रमुख खुद प्रत्याशी हैं तो फिर प्रदेश स्तर पर चुनावी मैनेजमेंट किसके जिम्मे होगा?

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रायपुर:

Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (BJP) पूरी तरह से चुनावी मोड में आ चुकी है. 90 में से 85 सीटों पर पार्टी ने अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं. इन प्रत्याशियों के नामों पर गौर करें तो छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने प्रदेशाध्यक्ष, उपाध्यक्ष, 3 महामंत्री समेत संगठन के बड़े जिम्मेदारों को चुनावी मैदान में उतारा है. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि जब संगठन के प्रमुख खुद प्रत्याशी हैं तो फिर प्रदेश स्तर पर चुनावी मैनेजमेंट किसके जिम्मे होगा?

सत्ता में वापसी के लिए पार्टी लगा रही है पूरा जोर

बता दें कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी हर हाल में सत्ता में वापसी करना चाहती है. 15 सालों बाद गई सरकार (BJP Government) वापस बनाने के लिए पार्टी अपनी पूरी ताकत लगा रही है. यही कारण है कि चुनावी मैनेजमेंट (Election Management) सीधे केन्द्रीय नेतृत्व या यूं कहें कि अमित शाह (Amit Shah) की टीम के हाथों ही रहने वाला है. इसके संकेत पार्टी ने प्रदेश संगठन, कोर ग्रुप के जिम्मेदार पदाधिकारी और सदस्यों को विधानसभा चुनाव (Assembly Election) का प्रत्याशी बनाकर दे दिए हैं.

कैसा है BJP का कोर ग्रुप?

छत्तीसगढ़ बीजेपी की कोर कमेटी में 18 सदस्य हैं, 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने इसमें से प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, रामविचार नेताम, धरमलाल कौशिक, बृजमोहन अग्रवाल समेत 11 सदस्यों को टिकट दिया गया है. प्रदेश पदाधिकारियों में अध्यक्ष, 2 उपाध्यक्ष, 3 महामंत्री, 1 मंत्री समेत कई प्रवक्ताओं व अन्य सदस्य भी इस बार के चुनाव में प्रत्याशी हैं. डॉक्टर रमन सिंह, अरुण साव, राम विचार नेताम, रेणुका सिंह, विजय बघेल समेत 7 से अधिक ऐसे प्रत्याशी हैं, जिनके पास संगठन में 1 से अधिक समितियों में जिम्मेदारी है.

अमित शाह से सीधे संपर्क में हैं नेता

2023 के छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर (OM Mathur), क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल (Ajay Jamwal), प्रदेश सह प्रभारी नितिन नबीन (Nitin Nabin), केन्द्रीय मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh L. Mandaviya) मोर्चा संभाले नजर आ रहे हैं. इन सभी नेताओं का अलग-अलग राज्यों का राजनीतिक बैकग्राउंड है और इनकी गिनती बीजेपी के उन नेताओं (BJP Leaders) में होती है, जिनका सीधा संपर्क अमित शाह से माना जाता है. इतना ही नहीं खुद अमित शाह पिछले 2 महीने में 4 से अधिक दौरे छत्तीसगढ़ में कर चुके हैं. 

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चुनावी मैनेजमेंट को लेकर BJP के अपने तर्क

छत्तीसगढ़ बीजेपी (Chhattisgarh BJP) के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर का कहना है कि चुनाव प्रबंधन की बात हो तो केवल पदाधिकारी नहीं होते हैं, पार्टी का संगठन बड़ा भारी संगठन होता है. हर कार्यकर्ता को काम मिले, भारतीय जनता पार्टी बूथ स्तर (Booth Level BJP) पर काम कर रही है, प्रधानमंत्री (Prime Minister) हों, केन्द्रीय गृहमंत्री (Home Minister) या फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष (Party President) या फिर मेरे जैसा कार्यकर्ता सीधे बूथ स्तर पर लाइव संपर्क कर रहा है, इसका लाभ चुनाव में मिलेगा.

कांग्रेस का तंज : केन्द्रीय नेतृत्व को स्थानीय नेताओं पर भरोसा नहीं

 विधान चुनाव के लिए बीजेपी की तैयारियों पर कांग्रेस (Congress) ने  तंज कसा है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता (Congress Spokeperson) धनंजय सिंह ठाकुर का कहना है कि केन्द्रीय नेतृत्व को स्थानीय नेताओं पर भरोसा नहीं है. न ही टिकट वितरण में उनसे पूछा गया है और न ही चुनाव प्रचार (Election Campaign) का जिम्मा उन्हें दिया जा रहा है. भले ही केन्द्रीय नेतृत्व को चुनाव संचालन का जिम्मा सौंपा गया है. लेकिन इसका फायदा भी उन्हें नहीं मिलेगा, चुनाव में इस बार बीजेपी दहाई का आकड़ा भी पार कर ले तो बड़ी बात होगी.

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