kiran Chauhan: क‍िसान के बेटे ने IPS बनकर तोड़ी नक्सलियों की रीढ़, जानें सुकमा SP की संघर्ष भरी कहानी

IPS Kiran Chawhan Story: सुकमा के घने जंगलों में नक्सलियों के सफाए का नेतृत्व कर रहे एसपी किरण चव्हाण की कहानी उतनी ही रोमांचक है, जितनी उनकी रणनीतियां प्रभावी है. किसान परिवार से उठकर वे आज बस्तर में बदलाव की सबसे मजबूत ताकत बन चुके हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में... 

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IPS Officer kiran Chauhan Profile: छत्तीसगढ़ के बस्तर से नक्सलियों का सफाया करना है. इस मिशन में यहां पोस्टेड हर एक पुलिस अफसर काम कर रहा है. इनमें से एक हैं सुकमा के एसपी किरण चव्हाण. इनकी मजबूत रणनीति और काम ने नक्सलियों के पीएलजीए के गढ़ को नेस्तनाबूत कर दिया है.

किसी मिशन को पूरा करने का जुनून उनके अंदर छात्र जीवन से ही है. नक्सलियों के सफाए में जितनी ही उनकी प्लानिंग कामयाब हो रही है उतनी ही इस अफसर की खुद की कहानी भी बेहद संघर्ष भरी है. आइए जानते हैं इनके बारे में सबकुछ...

चव्हाण किरण गंगाराम 2018 बैच के आईपीएस

छत्तीसगढ़ कैडर के 2018 बैच के आईपीएस अधिकारी चव्हाण किरण गंगाराम अपनी सादगी और कर्मठता के लिए जाने जाते हैं. महाराष्ट्र के कोल्हापुर के रहने वाले किरण गंगाराम का जन्म 20 अगस्त 1993 को एक किसान परिवार में हुआ था. उनके माता-पिता पढ़े-लिखे नहीं हैं, फिर भी उन्होंने पांच बच्चों को संजीदगी से पाल-पोस कर बड़ा किया. पांच भाइयों-बहनों में सबसे छोटे किरण ने जीवन की शुरुआती चुनौतियों को पीछे छोड़ते हुए आज छत्तीसगढ़ पुलिस में एक मिसाल कायम की है. 

IPS kiran Chauhan की प्रारंभिक शिक्षा मराठी माध्यम से

प्रारंभिक शिक्षा मराठी माध्यम से पूरी करने वाले किरण ने कोल्हापुर और कोंकण क्षेत्र में स्कूल की पढ़ाई की. 11वीं और 12वीं में उन्होंने भौतिकी, रसायन और गणित विषयों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया. इसके बाद पुणे के एक प्रतिष्ठित कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में 2015 में स्नातक की डिग्री हासिल की. इंजीनियरिंग के दौरान ही यूपीएससी की तैयारी में जुट गए.

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आईपीएस क‍िरण चव्हाण की UPSC Rank

मुश्किल हालातों में भी किरण ने सेल्फ स्टडी के दम पर लगातार यूपीएससी परीक्षा दी. 2015 के पहले प्रयास में प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पास करने के बाद अंतिम चरण से चूक गए. 2016 में दूसरा प्रयास, फिर 2017 में तीसरे प्रयास में 779वीं रैंक के साथ सफलता हासिल कर आईपीएस अधिकारी बने. तीन बार की मेहनत और सात वर्षों की कड़ी तैयारी के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी.

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IPS Kiran Chavan Service Record: बिलासपुर में रही पहली पोस्टिंग 

पुलिस सेवा में प्रवेश के बाद चव्हाण ने बिलासपुर जिले में पुलिस सेवा की शुरुआत की, जहां उन्होंने सीपत थाना प्रभारी के रूप में काम किया. फिर जगदलपुर में नगर पुलिस अधीक्षक के पद पर रहते हुए जन सुरक्षा में सुधार किया. बाद में नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में एडिशनल एसपी नक्सल ऑपरेशन और फिर Sukma SP के पद पर तैनात होकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

उनके कार्यकाल में सुकमा जिले में मादक पदार्थों की तस्करी रोकने और नक्सल प्रभावित इलाकों में कानून व्यवस्था सुधारने के लिए मुख्यमंत्री सहित कई स्तरों पर प्रशंसा मिली. 2024 में फिक्की द्वारा बेस्ट परफॉर्मिंग ऑफिसर के पुरस्कार से सम्मानित किए जाने सहित सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस वीके विश्वनाथ के हाथों यह सम्मान उन्हें मिला. 

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