Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में चुनाव नजदीक आते ही लोगों ने अपनी लोकतांत्रिक ताकत का एहसास नेताओं और प्रशासन को कराना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में गुरुवार को तहसील गंजबासौदा (Ganj basoda) के हरदू खेड़ी ग्राम पंचायत (Hardu Khedi Panchayat) के सैकड़ों लोगों ने अपने सरपंच के साथ हाथों में तख्तियां लेकर सड़कों पर उतर आए. अपने इलाके में सड़क नहीं बनने से सरकार और प्रशासन से नाराज इन लोगों ने रोड नहीं, तो वोट नहीं, जैसे नारे लिखे तख्तियां लेकर एसडीएम कार्यालय (SDM Office) पहुंचें. यहां इन लोगों ने अपनी आप बीती सुनाई. इसके बाद मीडिया से बात करते हुए ग्राम सरपंच ने गांव के विकास के लिए बजट नहीं देने समेत सरकार पर कई आरोप लगाए.
10 सूत्रीय मांग लेकर पहुंचे एसडीएम ऑफिस
इलाके का विकास नहीं होने से नाराज सैकड़ों की संख्या में लोगों ने ग्राम सरपंच की अगुवाई में गांव से निकलकर गंजबासौदा एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया. इसके बाद ग्रामीणों ने 10 सूत्रीय मांगों से संबंधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा. इस मौके पर ग्रामीणों ने गांव में विकास नहीं होने के आरोप लगाएं. ग्राम सरपंच ने आरोप लगाया कि गांव में विकास पूरी तरह से रुका हुआ है. उन्होंने कहा कि हमारी ग्राम पंचायत में बीस हजार लोग निवास करते हैं. इनमें से सात हजार मतदाता सूची में शामिल हैं. उन्होंने कहा कि हमारा गांव शहर से मिला हुआ है. इसके बावजूद, इस गांव के विकास के लिए सरकार इतना कम बजट देती है, जैसे ऊंट के मुंह में जीरा. यहीं वजह है कि यह ग्राम पंचायत आज भी मूलभूत सुविधाओं से महरूम है.
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मांगे नहीं माने जाने पर की वोट के बहिष्कार की घोषणा
अपनी 10 सूत्रीय मांगों को नहीं माने जाने पर इन लोगों ने प्रशासन को वोट नहीं डालने की चेतावनी दी. इस मौके पर ग्राम सरपंच अशोक कुशवाह ने कहा कि हम सरकार से गांव के विकास के लिए दस सूत्रीय मांगों को मानने की अपील करते हैं. सरपंच ने कहा कि अगर हमारी ये मांगे नहीं मानी गई तो ऐसी स्थिति में सभी गांव वालों ने गांव में विकास या रोड नहीं बनाए जाने पर सर्वसम्मति से मतदान का बहिष्कार करने का फैसला लिया है.