सूरजपुर (Surajpur) के कों पंचायत में प्री-मैट्रिक बालक छात्रावास और बालक आश्रम एक ही जर्जर भवन में संचालित हो रहे हैं. इस भवन की स्थिति दस वर्षों में इतनी खराब हो गई है कि यहाँ पढ़ने वाले बच्चों की जान जोखिम में है. भवन में दरारें आ गई हैं और छत के प्लास्टर उखड़ गए हैं. बरसात के दिनों में छत से पानी टपकने लगता है, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है.