Shahdol's 'Cashew scandal: 12 किलो ड्राई फ्रूट वो भी सिर्फ एक घंटे में! जी हां- यही वजह है कि मध्यप्रदेश के शहडोल जिले का भदवाही गांव चर्चा में है—क्योंकि यहां अफसरों ने ऐसा 'जल संरक्षण' किया कि काजू-बादाम भी बह गए. लेकिन असली कहानी काजू की प्लेट में नहीं, बिल की पंक्तियों में छुपी है.जिन दुकानों से घी,फल,नमकीन और ड्राई फ्रूट्स खरीदे गए— उन दुकानों में काजू नहीं ईंट-सीमेंट बिकता है, दूसरे में कभी बिल-बुक बना ही नहीं ... NDTV ने गांव जाकर उस "सरकारी स्वाद" की तह तक जाने की कोशिश की—और सामने आई एक ऐसी हकीकत, जिसे देखकर न भूख लगती है, न भरोसा रहता है.