प्राइवेट स्कूल (Private School) का नाम सुनते ही विद्यालय (School) से अधिक व्यवसाय की तस्वीर जेहन में उभरती है. भोपाल (Bhopal) में स्कूलों के इसी व्यवसाय पर लगाम की कोशिश की गई है. आदेश है कि प्राइवेट स्कूल यूनिफॉर्म (Uniform) और किताबें (Books) नहीं बेच सकेंगे न ही किसी खास दुकान से खरीदने के लिए बाध्य करेंगे, लेकिन यहां भी एक दिलचस्प स्थिति है. आदेश सिर्फ भोपाल में आया है, सवाल है कि पूरे मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में क्यों नहीं? जाहिर है आप सब तमाम पेरेंट्स स्कूलों से "पैसे लेकर दी जाने वाली" इस तकलीफ से रूबरू होते होंगे तो अपने अनुभव साझा कीजिए.