Naxal Zone Sukma: 4 दशक से नक्सलवाद का दंश झेल रहे सुकमा जिले की तस्वीर अब बदल रही है. जिला प्रशासन द्वारा कई दशकों के बाद फिर से ग्रामीण सुदूर इलाकों के लिए बस सेवा शुरू की है. यह बस सुकमा के अंदरूनी इलाकों के लिए लाईफ लाईन का रूप ले चुकी है. इस बस सेवा का गोंडी शब्द हक्कुम यानी संदेशवाहक का नाम दिया गया है. इसके पीछे रिमोट इलाकों के गांवों के बीच संदेश और आपस में जोडना पुलिस और प्रशासन का उद्देश्य रहा है.