मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुरैना (Morena) जिले में आदिवासी परिवार जंगल से जड़ी-बूटियाँ इकट्ठा कर अपना जीवन यापन करते हैं. इनमें शतावरी, शंखपुष्पी, ब्राह्मी और अश्वगंधा जैसी मूल्यवान जड़ी-बूटियाँ शामिल हैं. हालांकि, आदिवासियों को इनकी कीमत बहुत कम मिलती है, जबकि बिचौलिये इन्हें ऊंचे दामों पर बेचकर मुनाफा कमाते हैं.