मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर में रामलीला के आयोजन को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. लगभग 100 साल पुरानी रामलीला से मुस्लिम समाज के नूर आलम उर्फ गुड्डू वारसी को राम बारात चल समारोह के संयोजक पद से हटा दिया गया है. हिंदूवादी संगठनों के विरोध और सोशल मीडिया पर बढ़ते दबाव के बाद यह फैसला लिया गया. गुड्डू वारसी, जो सिंधिया समर्थक और भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के प्रदेश उपाध्यक्ष भी हैं, को हटाने के बाद अब इस पर एक नई सियासी बहस छिड़ गई है.