हमारे देश में बाल विवाह कितनी बड़ी समस्या है, ये किसी से छिपा नहीं है. तमाम कोशिशों और पहल के बावजूद भी देश में बाल विवाह हो रहे हैं. ‘‘इंडिया चाइल्ड प्रोटेक्शन'' के अध्ययन दल की रिपोर्ट ‘टूवार्ड्स जस्टिस : इंडिंग चाइल्ड मैरेज' जारी की गई. जिसमें बताया गया कि भारत में हर मिनट तीन बच्चियों की जबरन शादी कर दी जाती है. साल 2022 में देश भर में प्रति दिन केवल तीन मामले दर्ज किए गए. जबकि ज्यादातर मामलों में, दूल्हे की उम्र 21 वर्ष से अधिक थी. रिपोर्ट में जनगणना 2011, राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) और राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 (2019-21) के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया है. रिपोर्ट के अनुसार, 2018-2022 के लिए एनसीआरबी के आंकड़ों में 3,863 बाल विवाह दर्ज हैं. लेकिन, जैसा कि अध्ययन बताता है, जनगणना के अनुमानों के अनुसार, हर साल 16 लाख बाल विवाह होते हैं.