छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) लगातार बड़े एक्शन ले रही है. हाल ही में ED ने होटल कारोबारी नितेश पुरोहित और उनके बेटे को गिरफ्तार किया है, जबकि इससे पहले पूर्व आबकारी आयुक्त निरंजन दास को भी दबोचा गया था. इन तीनों को कोर्ट में पेश किया गया है, जहाँ ED इनकी रिमांड मांग सकती है. इस पूरे मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं. ED ने अपनी 7000 पन्नों से ज़्यादा की चार्जशीट में खुलासा किया है कि चैतन्य बघेल ने 1000 करोड़ रुपये से अधिक की रकम को हैंडल किया था. चार्जशीट के मुताबिक, इस डील के लिए 'बिग बॉस' नाम का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया था, जिसके मास्टरमाइंड चैतन्य बघेल ही थे. इसमें पैसे की डीलिंग और नकली होलोग्राम बनाने की चर्चा की जाती थी. ED का दावा है कि चैतन्य बघेल ने लगभग 200 करोड़ रुपये खुद कमाए, जबकि 850 करोड़ रुपये कांग्रेस के तत्कालीन कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल तक पहुंचाए गए.