मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में बुलडोजर (Bulldozer) अब कानून (Law) और राजनीति (Politics) का एक अहम हिस्सा बन चुका है. 2022 के खरगोन दंगों के बाद बुलडोजर एक्शन ने राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरीं. भू-माफिया (land mafia) से जमीनें छुड़ाने से लेकर विवादित अवैध निर्माणों को ढहाने तक, बुलडोजर का इस्तेमाल व्यापक रूप से किया गया है. कमलनाथ (Kamal Nath) सरकार से शुरू होकर शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) तक, बुलडोजर एक्शन ने राज्य की राजनीति को बदल दिया है। कई बड़े मामलों में इसका इस्तेमाल देखने को मिला, जिसमें खरगोन दंगे और सीधी पेशाबकांड शामिल हैं. सुप्रीम कोर्ट ने अब इस पर सवाल उठाते हुए इसे संवैधानिक न्याय के खिलाफ माना है.