: इंदौर शहर में बीआरटीएस की कहानी अब खत्म होने की ओर है। एमपी हाईकोर्ट के आदेश के बाद शुक्रवार को आधी रात से बीआरटीएस कॉरिडोर को हटाने का काम शुरू हो गया। नगर निगम के 50 से ज्यादा कर्मचारी जेसीबी और गैस कटर से जीपीओ चौराहे से काम में जुट गए। बीआरटीएस हटने तक आईबस इसी लेन में चलेगी। इस पूरे प्रोजेक्ट को हटाने में तीन से चार महीने लगेंगे और इसका खर्च निगम उठाएगा। हालांकि, मलबे से निगम को कुछ आय भी होगी। नया ट्रांसपोर्ट सिस्टम भी बनाया जाएगा। इस 300 करोड़ के प्रोजेक्ट की शुरुआत 2013 में हुई थी और इसमें 49 बसें चलती हैं। रोजाना 55 से 65 हजार यात्री इस सेवा का इस्तेमाल करते हैं।