MP News: बिहार के दशरथ मांझी की तरह ही एक कहानी मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बड़वानी जिले (Barwani) की है, जहां के ग्राम मतरकुंड (Matarkund) के लोग मांझी की तरह ही हाथों में कुदाल और फावड़ा लेकर खुद ही रास्ता बनाने निकल पड़े हैं. दरअसल, इस गांव में सड़क बनाने के लिए यहां के लोग शासन-प्रशासन सबसे गुहार लगा चुके हैं. जब उनकी कहीं भी सुनवाई नहीं हुई तो थक-हारकर खुद ही रास्ता बनाने के संकल्प लिया.