Surguja Royal Family
- सब
- ख़बरें
-
Surguja Royal Palace: सरगुजा राज घराने से पीतल का कीमती हाथी चोरी; CCTV में घटना कैद
- Wednesday August 6, 2025
Surguja Royal Palace: सरगुजा राजपरिवार का इतिहास काफी पुराना है. यही कारण है कि सरगुजा राजपरिवार में हाथियों का एक अलग स्थान रहा है. कोठी घर का ताल्लुकात सीधे तौर पर सरगुजा राजपरिवार से जुड़ा हुआ है. आज भी सरगुजा राजपरिवार के सदस्य महाराज की एस सिंहदेव उनके छोटे भाई और भतीजा सहित अन्य सदस्य यहां रहते हैं. इस कोठी घर की देखभाल और साफ-सफाई के लिए कुछ 15 कर्मचारियों की टीम यहां काम करती है.
-
mpcg.ndtv.in
-
विश्व हाथी दिवस: कभी सरगुजा के राजपरिवार में था 361 हाथियों का बेड़ा,आज पूरे राज्य में हैं 350 हाथी
- Monday August 12, 2024
विश्व हाथी दिवस पर पूरे देश में अलग-अलग तरह के आयोजन हो रहे हैं. ऐसे में ये जानना दिलचस्प हो जाता है कि कभी हाथियों का स्वर्ग कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ में धरती के इस सबसे बड़े जानवर का इतिहास क्या रहा है? छत्तीसगढ़ में खासकर सरगुजा बेल्ट को हाथियों का स्वर्ग कहा जाता रहा है. एक वक्त अकेले यहां के राजपरिवार के पास 361 हाथियों का बेड़ा था..जबकि आज पूरे राज्य में हाथियों की संख्या महज 350 से कुछ अधिक है.
-
mpcg.ndtv.in
-
Surguja Royal Palace: सरगुजा राज घराने से पीतल का कीमती हाथी चोरी; CCTV में घटना कैद
- Wednesday August 6, 2025
Surguja Royal Palace: सरगुजा राजपरिवार का इतिहास काफी पुराना है. यही कारण है कि सरगुजा राजपरिवार में हाथियों का एक अलग स्थान रहा है. कोठी घर का ताल्लुकात सीधे तौर पर सरगुजा राजपरिवार से जुड़ा हुआ है. आज भी सरगुजा राजपरिवार के सदस्य महाराज की एस सिंहदेव उनके छोटे भाई और भतीजा सहित अन्य सदस्य यहां रहते हैं. इस कोठी घर की देखभाल और साफ-सफाई के लिए कुछ 15 कर्मचारियों की टीम यहां काम करती है.
-
mpcg.ndtv.in
-
विश्व हाथी दिवस: कभी सरगुजा के राजपरिवार में था 361 हाथियों का बेड़ा,आज पूरे राज्य में हैं 350 हाथी
- Monday August 12, 2024
विश्व हाथी दिवस पर पूरे देश में अलग-अलग तरह के आयोजन हो रहे हैं. ऐसे में ये जानना दिलचस्प हो जाता है कि कभी हाथियों का स्वर्ग कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ में धरती के इस सबसे बड़े जानवर का इतिहास क्या रहा है? छत्तीसगढ़ में खासकर सरगुजा बेल्ट को हाथियों का स्वर्ग कहा जाता रहा है. एक वक्त अकेले यहां के राजपरिवार के पास 361 हाथियों का बेड़ा था..जबकि आज पूरे राज्य में हाथियों की संख्या महज 350 से कुछ अधिक है.
-
mpcg.ndtv.in