ICC Cricket World Cup 2023 : क्रिकेट विश्व कप 2023 के शुरुआती मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ (India vs Australia World Cup Match) भारत के शीर्ष क्रम के तीन बल्लेबाज एक के बाद एक आउट हो गए थे. ऑस्ट्रेलिया के पेसर्स के सामने ईशान किशन, रोहित शर्मा और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ी शून्य पर आउट हुए, लेकिन इसके बाद बल्लेबाजी करने आए केएल राहुल और विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का सामना करते हुए शानदार बल्लेबाजी की और टीम को इस हाई-प्रोफाइल मुकाबले में जीत दिलाई. मैच के बाद कोहली के साथ बातचीत (Virat Kohli And KL Rahul Talks ) में केएल राहुल ने स्वीकार किया कि जिस तरह भारत ने तीन विकेट गंवाए, वह चौंकाने वाला था. राहुल ने यह भी स्वीकार किया कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि भारतीय टीम पहले दो ओवर के अंदर तीन विकेट खो देगी. उन्होंने सोचा था कि श्रेयस अय्यर आने के बाद कुछ और ओवर खेलेंगे लेकिन उन्हें भी जल्दी आउट होते देख हैरानी हुई.
जब गेंद हरकत करती है तो गिरते हैं विकेट : राहुल
बातचीत में केएल राहुल ने कहा, 'मैंने कभी इसकी उम्मीद नहीं की थी कि हमारे तीन विकेट इतनी जल्दी गिर जाएंगे. जब गेंद हरकत कर रही होती है तो आप कुछ विकेट खो देते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. इसमें चार या पांच ओवर लगते हैं, 1.5 या दो ओवर नहीं. जब मैं बाहर आया तो बस आकर बैठ गया'. उन्होंने कहा, 'जब मैं शावर करके आया तो ईशान आउट हो गया, तो मैं टेप लगाने के लिए दौड़ा और अपने पैड पहनने लगा. फिर रोहित आउट हो गया, और इसके बाद श्रेयस भी. श्रेयस के लिए मैंने सोचा कि वह कम से कम दो ओवर बल्लेबाजी करेगा. लेकिन वह पहली या दूसरी गेंद पर आउट हो गया.'
भारत के शुरुआती विकेट गिरने के बाद राहुल और कोहली ने टेस्ट की तरह बल्लेबाजी करते हुए पारी को संभाला. हालांकि, इस दौरान दोनों ही बल्लेबाजों ने बाउंड्री लगाने के अलावा स्ट्राइक रोटेट करने पर ध्यान केंद्रित किया और रन बनाने के लिए मौके का इंतजार किया. दोनों बल्लेबाजों के इस कदम से भारत को फायदा मिला. मैच के बाद राहुल ने स्वीकार किया कि वह काफी थक गए थे.
10 ओवर टेस्ट की तरह खेलने की बनाई थी योजना
बातचीत में केएल राहुल ने कहा कि मैंने टेस्ट क्रिकेट की तरह पहले दस ओवर खेलने की योजना बनाई थी. मैं सलामी बल्लेबाजी करता हूं. हम ऐसी स्थितियों में रहे हैं जहां गेंद स्विंग करती है. इसलिए मैंने खुद से थोड़ा टेस्ट की तरह खेलने को कहा. राहुल ने बताया कि जब उन्होंने विराट कोहली के साथ 50-70 रन की साझेदारी कर ली, तब उन्होंने कहा, 'मैं थका हुआ हूं, मैं झूठ नहीं बोलूंगा. इसके बाद दोनों ही खिलाड़ियों ने अपनी एनर्जी बचाने पर जोर दिया और दो रन नहीं दौड़ने का निर्णय लिया. इसके बाद खेल आगे बढ़ने पर हम फिर से दौड़ने लगे.' राहुल ने कहा कि विश्व कप की शुरुआत जीत के साथ करना अच्छा रहा.
उन्होंने कहा, 'हमारी साझेदारी का मुख्य आकर्षण यह था कि हम गेंद को हर तरफ मारने में सहज थे. जरूरी नहीं कि हम अपने रनों और गेंदों को देखें. दबाव भी आपको अधिक तनावपूर्ण बनाता है और आपको अधिक थकान देता है. विराट ने कहा, 'गेंद को इधर-उधर मारना और एक समय में कुल 10-15 रन बनाना, मेरे लिए मुझे लगता है कि इससे हमें एक बड़ी साझेदारी बनाने में मदद मिली.'
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