Paris Olympic: मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में भारत को दिलाया पहला मेडल, इस गेम में जीता पदक

Manu Bhakar : मनु भाकर ने 27 जुलाई को इस इवेंट में फाइनल में क्वालीफाई किया था. रविवार को उन्होंने फाइनल मैच में 221.7 अंक जुटाए. इस इवेंट का स्वर्ण और रजत पदक कोरिया के नाम रहा.

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Olympic Highlights Today: भारत की निशानेबाज मनु भाकर (Manu Bhaskar) ने पेरिस ओलंपिक (Paris Olympic) शूटिंग में भारत का 12 साल का पदक का सूखा समाप्त करते हुए महिला 10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग (Air Pistol Shooting) में कांस्य पदक जीत लिया है. यह पेरिस ओलंपिक में भारत (India ) के  लिए पहला पदक भी है.  

मनु भाकर ने 27 जुलाई को इस इवेंट में फाइनल में क्वालीफाई किया था. रविवार को उन्होंने फाइनल मैच में 221.7 अंक जुटाए. इस इवेंट का स्वर्ण और रजत पदक कोरिया के नाम रहा. कोरियाई खिलाड़ी ओह ये जिन ने 243.2 अंकों के साथ स्वर्ण पदक जीता. कोरिया की दूसरी खिलाड़ी किम येजी 241.3 अंकों के साथ रजत पदक अपने नाम करने में कामयाब रहीं.

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महिला शूटिंग में भारत का पहला मेडल

19 साल की उम्र में मनु भाकर ने टोक्यो ओलंपिक में शिरकत की थी. हालांकि, वहां वह खाली हाथ रही थीं. इस ओलंपिक में भारत का निशानेबाजी में ओवरऑल प्रदर्शन भी खराब रहा था, लेकिन मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में शानदार वापसी करते हुए कांस्य पदक जीत लिया है. यह महिला शूटिंग में भारत का पहला मेडल है. 

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कॉमनवेल्थ गेम्स जीत चुकी हैं खिताब

मनु भाकर ब्यूनस आयर्स 2018 में यूथ ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय निशानेबाज भी हैं. वह इससे पहले कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियाई खेलों का खिताब भी जीत चुकी हैं.

हरियाणा की रहने वाली हैं मनु

शूटिंग गर्ल मनु भाकर का जन्म हरियाणा के झज्जर में हुआ था. युवा अवस्था में ही मनु भाकर रैंकिंग के माध्यम से भारत की शूटिंग स्टार बन गई. दरअसल, मनु भाकर ने स्कूल के दिनों में टेनिस, स्केटिंग और मुक्केबाजी जैसे मुकाबलों में हिस्सा लेना शुरू कर दिया था. इसके अलावा उसने 'थान टा' नामक एक मार्शल आर्ट में भी भाग लेकर राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीता था. इसके बाद 14 वर्ष की उम्र में मनु ने शूटिंग में अपना करियर बनाने का अंतिम फैसला किया. दरअसल, उस वक्त रियो ओलंपिक 2016 खत्म हुआ था, जिससे प्रभावित होने के बाद उन्होंने इसके एक हफ्ते के अंदर ही अपने पिता से शूटिंग पिस्टल लाने की गुहार लगाई थी. हमेशा की तरह मनु के पिता राम किशन भाकर ने इस बार उनका साथ दिया और एक शूटिंग बंदूक खरीदकर बेटी के हाथों में थमा दी. मनु का वह वह एक ऐसा फैसला था,  जिसने आज मनु भाकर को ओलंपियन बना दिया है. 2017 की राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप में मनु भाकर ने ओलंपियन और पूर्व विश्व नंबर-1 हीना सिद्धू को चौंकाते हुए 242.3 के स्कोर के साथ एक नया रिकॉर्ड बनाया. इसकी बदौलत उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल के फाइनल में हिना को हरा दिया. 

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