MP में घपले का नया तरीका ! मरीज के साथ पुराने टायर भी ढो रहे हैं सरकारी एंबुलेंस

इस मामले में जब सतना के सीएमएचओ डॉ एलके तिवारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इससे स्वास्थ्य विभाग का कोई लेना देना नहीं. यह हमारी एंबुलेंस नहीं है.

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सतना में एंबुलेंस का चालक नाजायज फायदा उठा रहे हैं. सोमवार को जिला अस्पताल पहुंची एक एंबुलेंस में मरीज के साथ टायर लोड कर लाए जाने का मामला प्रकाश में आया. इस प्रकार की व्यवस्था से मरीजों एवं उनके परिजनों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सबसे हैरान कर देने वाली बात ये है कि मरीज तमाम परेशानियां झेल रहे हैं, मगर चालक को कई फर्क नहीं पड़ रहा है.

इस मामले में जब सतना के सीएमएचओ डॉ एलके तिवारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इससे स्वास्थ्य विभाग का कोई लेना देना नहीं. यह हमारी एंबुलेंस नहीं है. कॉल पर मरीजों को मिले बाकी वह कैसी स्थिति में चला रहे हैं यह ठेकेदार जानें. गाड़ी का डीजल, मेंटीनेंस और टायर सब कुछ ठेकेदार की देख-रेख में रहता है.

बताया जाता है कि आपातकालीन सेवा के लिए जिले के सभी विकास खंडों में एंबुलेंस उपलब्ध कराए गए हैं. मैहर ब्लाक के अमदरा क्षेत्र में भी स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एक एंबुलेंस तैनात किया गया है. इस एंबुलेंस से तिघरा निवासी शीतला वर्मा पति सुनील चौधरी अपनी बच्ची को जांच के लिए जिला अस्पताल लेकर आ रही थी. जैसे ही एंबुलेंस घुनवारा के पास पहुंची तभी चालक ने टायरों को लोड करना शुरू कर दिया. बताया जाता है कि महिला की आपत्ति के बाद भी चालक ने कहा कि मरीज जाए चाहे नहीं टायर तो जाएंगे.

दस दिन की बच्ची को लाना था अस्पताल

बताया गया है कि शीतला की दस दिन पहले जिला अस्पताल में डिलेवरी हुई थी. डॉक्टर ने दस दिन बाद जांच के लिए सतना बुलाया था. इसी कारण से उसने मदद के लिए 108 पर कॉल किया. कॉल मिलने पर एम्बुलेंस उसको लेने पहुंची. लेकिन बाद में चालक ने मनमानी शुरू कर दी और मरीज के साथ ही टायरों को लोड कर दिया.