फर्जी भुगतान से सतना में मचा हड़कंप : 56 लाख की चपत लगाने वाले ऑपरेटर और 14 महिलाओं पर FIR

FCI इंस्पेक्टर की रिपोर्ट पर रामनगर पुलिस ने स्वसहायता समूह की 14 महिलाओ व खरीद केंद्र के कम्यूटर ऑपरेटर के खिलाफ धोखाधड़ी व हेरफेर का मामला रजिस्टर्ड कर लिया है.

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समर्थन मूल्य पर समूहों के माध्यम से खरीदी करना सरकार पर अतिरिक्त बोझ साबित हो रहा है. आलम यह है कि समूह संचालन करने वाले लोग बिना खरीदी लाखों के भुगतान कर अनैतिक फायदा उठा लेते हैं. ऐसे ही मामले का खुलासा होने पर एफसीआई ने रामनगर के अरगट में गेहूं खरीदने वाले समूह की 14 महिलाओं पर एफआईआर दर्ज कराई है. खरीद केंद्र में करीब 56 लाख का फर्जी भुगतान कर अनुचित लाभ उठाया गया था. FCI इंस्पेक्टर की रिपोर्ट पर रामनगर पुलिस ने स्वसहायता समूह की 14 महिलाओ व खरीद केंद्र के कम्यूटर ऑपरेटर के खिलाफ धोखाधड़ी व हेरफेर का मामला रजिस्टर्ड कर लिया है. स्वसहायता समूह की मिलीभगत से कम्यूटर ऑपरेटर ने 18 किसानों के नाम पर फर्जी तौर पर कागजो में 27 सौ क्विंटल गेंहू खरीद लिया. इसी आधार पर 56 लाख रुपये का भुगतान भी कर दिया .

रामनगर के अरगट गेहूं खरीद केंद्र में हुए फर्जी वाले कि एफआईआर रामनगर थाने में हुई है. विपणन वर्ष 2023/24 में रामनगर के अरगट गेहूं खरीद केंद्र में लक्ष्मी सहायता समूह सुलखमा को गेहूं खरीदी का जिम्मा मिला था. समूह ने कुल 8981.5 क्विंटल गेहूं खरीदा था. 6300 क्विंटल गेहूं परिदान कर दिया गया. शेष 2681.5 क्विंटल गेहूं खरीदा ही नही गया.

लक्ष्मी स्वसहायता समूह की मिलीभगत से घोटाले को अंजाम देते हुए बगैर गेंहू के ही कंप्यूटर ऑपरेटर रामसकल सिंह ने खरीद पोर्टल में 18 फर्जी किसानों के नाम से एंट्री कर दी. 2681.5 क्विंटल गेहूं के 56,98,187 रु. किसानों के खाते में ट्रांसफर भी कर दिए गए. 10 किसानों ने भुगतान भी प्राप्त कर लिया, लेकिन मामले का खुलासा होने पर 08 किसानों के भुगतान पर रोक लगा दी गई. इस तरह रामनगर में गेहूं खरीदी के नाम पर खेले गए भ्रष्टाचार के बडे खेल का भंडाफोड़ हो गया.

इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज

लक्ष्मी स्व सहायता समूह सुलखमा की आशा यादव, सुश्री कोमल गुप्ता, फुलझरिया, रामसकल सिंह, ममता, चंदाबाई,अनीता, गुड्डी, मुरतिया,कलाबती, बबली अनुसुइया, दुआसिया, फुद्दन और फूलबाई के खिलाफ धारा 409, 420 ,468, 467, 471 का मुकदमा पंजीबद्ध किया गया है.

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शिवराजपुर में मिलाया था कंकड़ पत्थर

रामनगर के अरगट से पहले सिंहपुर थाना क्षेत्र के शिवराजपुर में भी इसी प्रकार का घोटाला सामने आ चुका है. यहां समूह संचालक के द्वारा धान का वजन बढ़ाने के लिए मिट्टी, कंकड़ ,पत्थर मिलाकर गोदाम में जमा कराया गया था. जिसके बाद शासन को करीब 63000000 से अधिक का नुकसान उठाना पड़ा था. इस मामले में पुलिस ने 4 लोगों के खिलाफ f.i.r. कायम की है जिनमें से दो को गिरफ्तार किया जा चुका है.

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