रतलाम की दंपत्ति ने यूरोप की सबसे ऊंची चोटी पर फहराया भारत का तिरंगा

प्रसिद्ध पर्वतारोही दम्पति अनुराग चौरसिया और सोनाली परमार ने यूरोपीय महाद्वीप की सर्वोच्च चोटी माउंट एल्ब्रुस को किया फतह. 5642 मीटर की चढ़ाई कर फहराया तिरंगा. पहले भी हासिल कर चुकें हैं ऐसी उपलब्धियां.

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रतलाम शहर के प्रसिद्ध पर्वतारोही दम्पति अनुराग चौरसिया और सोनाली परमार ने पुन: भारत का परचम विदेशी सरजमीं पर लहराया है. 16 अगस्त की सुबह 5:30 बजे भारत का राष्ट्रीय ध्वज यूरोप महाद्वीप के परचम पर शान से लहरा रहा था. पर्वतारोही दम्पति अनुराग चौरसिया और उनकी पत्नी सोनाली परमार ने यूरोपीय महाद्वीप की सर्वोच्च चोटी माउंट एल्ब्रुस, 5642 मीटर (18510 फ़ीट ) पर 15 अगस्त की रात 11 बजे चढ़ाई शुरू की थी. -20 से -25 डिग्री के तापमान में चढ़ाई करते हुए दोनों 16 अगस्त की सुबह 5:30 बजे चोटी पर पहुँच भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराकर, भारत का राष्ट्रगान गाया.

यूरोप महाद्वीप की सर्वोच्च चोटी से दिया योग का संदेश

पर्वतारोही दम्पति ने यूरोप की सर्वोच्च चोटी से विश्व को योग की ओर उन्नमुख होने का संदेश दिया है. चोटी पर पहुंच दम्पति ने 7 बार सूर्य नमस्कार किया और विश्व को यह पैगाम भी दिया कि भारतीय परंपरा में प्रयुक्त योग सम्पूर्ण मानव जाति को स्वस्थ जीवन प्रदान करने के लिए बनाया गया है. भारतीय परंपरा की योग पद्धति के सूर्य नमस्कार को अपने जीवन में अपना कर अपने सम्पूर्ण शरीर को निरोगी बना सकते हैं. ऐसा करने वाले वे भारत की पहली दम्पति बन गए हैं. ज्ञात हो की अनुराग चौरसिया और सोनाली परमार योग प्रशिक्षक भी हैं.

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अफ्रीका महाद्वीप में भी लहरा चुकें हैं अपना परचम 

इससे पूर्व में अनुराग चौरसिया और सोनाली परमार ने अफ्रीका महाद्वीप की सर्वोच्च चोटी माउंट किलिमंजारो, 5895 मीटर(19341 फ़ीट) पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर राष्ट्रगान गाया था. माउंट किलिमंजारो पर सूर्य नमस्कार कर दोनों ने इतिहास रच, दुनिया को योग के प्रति जागरुक करने का कार्य किया था. आपको बता दें ऐसा करने वाली यह भारत की पहली दम्पति भी हैं. गौरतलब है कि अनुराग चौरसिया, बैंक ऑफ बड़ौदा की रतलाम शाखा में तथा श्रीमती सोनाली परमार रतलाम राजस्व विभाग में पटवारी के पद पर कार्यरत हैं. 
 

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