दोनों हाथ से दिव्यांग होने के बाद भी शांता ने नहीं मानी हार, हौसला देखकर आप भी करेंगे सलाम
मध्य प्रदेश के देवास जिले के बागली की रहने वाली शांता जन्म से दिव्यांग है. लेकिन पढ़ाई के लिए उसका जज़्बा अलग ही है. इसी जज्बे से वह अपने हौसलों को पंख देकर नई उड़ान भर रही है. पुंजापुरा से कक्षा 10वीं की परीक्षा दे रही है. शांता सामान्य बच्चों की तरह ही लिखती हैं. हिंदी और अंग्रेजी में उसकी राइटिंग काफी सुंदर है. तय समय में अपना पर्चा लिखती हैं.
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जन्म से ही दोनों कोहनी के आगे हाथ नहीं है. इसके बाद भी वह पढ़ने में पीछे नहीं है. 8वीं कक्षा में 85 प्रतिशत अंक प्राप्त करने के बाद वह अब 10वीं की परीक्षा दे रही है. परीक्षा के दौरान वह दोनों हाथों की कोहनी की मदद से पेन पकड़कर परीक्षा देती है. उसकी हिन्दी इंग्लिश की लिखावट भी काफी सुंदर है. फोटो-कंटेंट- अरविंद, अंबु शर्मा