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Lakshadweep जाने से पहले क्यों लेनी पड़ती है सरकार की अनुमति, जानें घूमने के लिहाज से कैसा है लक्षद्वीप?

हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के लक्षद्वीप (Lakshdweep) दौरे पर जाने के बाद से सोशल मीडिया पर लक्षद्वीप की तुलना मालदीव से की जा रही है.

January 09, 2024, 08:03
  • Lakshadweep जाने से पहले क्यों लेनी पड़ती है सरकार की अनुमति, जानें घूमने के लिहाज से कैसा है लक्षद्वीप?
    Lakshdweep Tourist Place: हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के लक्षद्वीप (Lakshdweep) दौरे पर जाने के बाद से सोशल मीडिया पर लक्षद्वीप की तुलना मालदीव से की जा रही है. इतना ही नहीं लोग मालदीव का बहिष्कार कर रहे हैं और लक्षद्वीप जाने की बात कर रहे हैं.
  • Lakshadweep जाने से पहले क्यों लेनी पड़ती है सरकार की अनुमति, जानें घूमने के लिहाज से कैसा है लक्षद्वीप?
    Lakshdweep Tourist Place: दरअसल, मालदीव का बहिष्कार लोगों ने तब की, जब यहां के 3 मंत्रियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की. हालांकि इन तीनों मंत्रियों को मालदीव सरकार ने निलंबित कर दिया है. ऐसे में आज हम इन आर्टिकल में बात करने जा रहे हैं कि पीएम मोदी के दौरे के बीच सुर्खियों में आए लक्षद्वीप के बारे में आप कितना जानते हैं? वहां कैसे पहुंचा जा सकता है? कनेक्टिविटी कैसी है? पर्यटन को लेकर स्थिति कैसी है? तो आइए यहां जानते हैं सबकुछ.
  • Lakshadweep जाने से पहले क्यों लेनी पड़ती है सरकार की अनुमति, जानें घूमने के लिहाज से कैसा है लक्षद्वीप?
    Lakshdweep Tourist Place: लक्षद्वीप भारत का केंद्र शासित प्रदेश है, जो भारत के दक्षिण-पश्चिमी में अरब सागर में स्थित है. लक्षद्वीप केरल के कोच्चि से 440 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. इसकी राजधानी कवरत्ती है. बता दें कि लक्षद्वीप का स्थापना 1 नवंबर, 1956 को हुआ था.
  • Lakshadweep जाने से पहले क्यों लेनी पड़ती है सरकार की अनुमति, जानें घूमने के लिहाज से कैसा है लक्षद्वीप?
    Lakshdweep Tourist Place: बता दें कि लक्षद्वीप 36 द्वीपों का समूह है, जिसमें से एक द्वीप डूबा हुआ है. वहीं ज्यादातर द्वीपों पर लोग नहीं रहते. लक्षद्वीप की आबादी केवल 10 द्वीपों पर ही बसती है जो कवाराट्टी, कदमत, किलातन, अगाट्टी, अमिनी, चेतलाट, बिट्रा, आनदोह, कल्पनी और मिनिकॉय हैं. वहीं इसका कुल क्षेत्रफल 32 वर्ग किलोमीटर है.
  • Lakshadweep जाने से पहले क्यों लेनी पड़ती है सरकार की अनुमति, जानें घूमने के लिहाज से कैसा है लक्षद्वीप?
    Lakshdweep Tourist Place: साल 2011 की जनगणना के अनुसार, लक्षद्वीप की कुल आबादी 64 हजार है. जिसमें से 96 फीसदी मुस्लिम आबादी है.
  • Lakshadweep जाने से पहले क्यों लेनी पड़ती है सरकार की अनुमति, जानें घूमने के लिहाज से कैसा है लक्षद्वीप?
    Lakshdweep Tourist Place: लक्षद्वीप के ज्यादातर लोग मलयालम भाषा बोलते हैं. तो वहीं कुछ लोग मह्हे और कुछ धिवेही भाषा का भी इस्तेमाल करते हैं. बता दें कि यहीं भाषा लोग मालदीव में भी बोलते हैं.
  • Lakshadweep जाने से पहले क्यों लेनी पड़ती है सरकार की अनुमति, जानें घूमने के लिहाज से कैसा है लक्षद्वीप?
    Lakshdweep Tourist Place: यहां के लोग मछली पकड़ने, नारियल की खेती और पर्यटन पर निर्भर रहते हैं. कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले साल लक्षद्वीप पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या 25 हजार थी.
  • Lakshadweep जाने से पहले क्यों लेनी पड़ती है सरकार की अनुमति, जानें घूमने के लिहाज से कैसा है लक्षद्वीप?
    Lakshdweep Tourist Place: कैसे पहुंच सकते हैं लक्षद्वीप: कोच्चि से लक्षद्वीप पहुंचने के लिए केवल दो रास्ते हैं. एक फ्लाइट तो दूसरा आप शिप से जा सकते हैं. फ्लाइट की बात करें तो यहां से भारतीय एयरलाइन की केवल एक ही फ्लाइट है जाती है. ये फ्लाइट कोच्चि से अगाट्टी के लिए सीधी उड़ान भरती है, जिससे आप 90 मिनटों में पहुंच सकते हैं. हालांकि इसके लिए आपको 10 से 11 हजार रुपये खर्च करनी पड़ेगी. इसके अलावा लक्षद्वीप जाने के लिए 6 से 7 शिप्स हैं जो कोच्चि से लक्षद्वीप के अलग-अलग द्वीपों तक पहुंचाती है. ये शिप्स 14-18 घंटे का समय लेती है.
  • Lakshadweep जाने से पहले क्यों लेनी पड़ती है सरकार की अनुमति, जानें घूमने के लिहाज से कैसा है लक्षद्वीप?
    Lakshdweep Tourist Place: लक्षद्वीप पर्यटन की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, लक्षद्वीप जाने या वहां रहने के लिए पूर्व अनुमति (परमिट) लेना जरूरी है. दरअसल, परमिट के पीछे का कारण वहां रहने वाली अनुसूचित जनजातियों की रक्षा करना है.
  • Lakshadweep जाने से पहले क्यों लेनी पड़ती है सरकार की अनुमति, जानें घूमने के लिहाज से कैसा है लक्षद्वीप?
    Lakshdweep Tourist Place: नियम के अनुसार, प्रवेश परमिट ऑनलाइन उपलब्ध है. इस फॉर्म को भरकर प्रशासक के पास जमा करना पड़ता है. फॉर्म का आवेदन शुल्क 50 रुपये है. भारतीयों को परमिट के लिए पुलिस आयुक्त से पुलिस क्लीयरेंस प्रमाणपत्र होना जरूरी है. यात्री को लक्षद्वीप पहुंचने पर इसे जमा करना होता है.
  • Lakshadweep जाने से पहले क्यों लेनी पड़ती है सरकार की अनुमति, जानें घूमने के लिहाज से कैसा है लक्षद्वीप?
    Lakshdweep Tourist Place: लक्षद्वीप द्वीप की यात्रा के लिए ePermit की आधिकारिक वेबसाइट epermit.utl.gov.in पर जा सकते हैं और ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
  • Lakshadweep जाने से पहले क्यों लेनी पड़ती है सरकार की अनुमति, जानें घूमने के लिहाज से कैसा है लक्षद्वीप?
    Lakshdweep Tourist Place: मालदीव की ही तरह लक्षद्वीप में भी सफेद रेत बीच हैं. यहां जाने के लिए सबसे सही समय मई से सितंबर के बीच का है. दरअसल, यहां का तापमान 22 से 36 डिग्री सेल्सियस रहता है. वहीं दिसंबर से फरवरी के बीच यहां पर्यटकों की काफी भीड़ होती है.
  • Lakshadweep जाने से पहले क्यों लेनी पड़ती है सरकार की अनुमति, जानें घूमने के लिहाज से कैसा है लक्षद्वीप?
    Lakshdweep Tourist Place: अगर आप लक्षद्वीप जाना चाहते हैं तो आप कवाराट्टी आईलैंड, लाइट हाउस, जेटी साइट, मस्जिद, अगाट्टी, कदमत, बंगारम, थिन्नाकारा जैसे जगहों पर घूम सकते हैं.
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