Monitor Lizard: खेत में दिखी किसानों की दोस्त विशालकाय मॉनिटर लिजर्ड,, वन विभाग ने रेस्क्यू के बाद जंगल में छोड़ा

Farmers Friend Rescued: खेत में काम कर रहे किसान के सामने अचानक प्रकट हुए विशालकाय छिपकली को देखकर किसान डर गया. हिम्मत जुटाकर किसान ने फंदे के सहारे पकड़कर एक बड़े पिंजड़े में डालने में सफल रहा, जिसके बाद विशालकाय छिपकली को वन विभाग कों सौंप दिया गया.

Advertisement
Read Time: 3 mins

Giant Lizard In Agriculture Land: सूरजपुर ज़िले में खेत में विचरण कर रहे एक विशालकाय छिपकली चर्चा का विषय बन गई. विशालकाय छिपकली को देखने लोगों की भीड़ लग गई. विशालकाय छिपकली को देख खेत में काम कर रहे किसान की घिघ्घी बंध गई. हालांकि काफी मशक्कत के बाद छिपकली को पकड़कर वन विभाग के हवाल कर दिय गया.

खेत में काम कर रहे किसान के सामने अचानक प्रकट हुए विशालकाय छिपकली को देखकर किसान डर गया. हिम्मत जुटाकर किसान ने फंदे के सहारे पकड़कर एक बड़े पिंजड़े में डालने में सफल रहा, जिसके बाद विशालकाय छिपकली को वन विभाग कों सौंप दिया गया.

वन विभाग ने किसान द्वारा पकड़े गए मॉनिटर लिजार्ड को कब्जे में लिया

मामला वन परिक्षेत्र सूरजपुर के ग्राम पंचायत रामनगर का है, जहां अपने खेत में काम कर रहे एक किसान रामेश्वर सारथी को सब्जी तोड़ते समय विशालकाय छिपकली दिख गया. जंगल की आग की तरह फैली खबर के बाद मॉनिटर लिजार्ड के बच्चे को देखने लिए भीड़ इकट्ठा हो गई. फिलहाल, वन विभाग टीम ने मॉनिटर लिजार्ड को अपने कब्जे में ले लिया है.

भारत में पाई जाने वाली छिपकली प्रजातियों में से एक है मॉनीटर लिजॉर्ड

विशेषज्ञों के मुताबिक विशालकाय मॉनिटर लिजार्ड भारत में पाई जाने वाली बडी छिपकली प्रजातियों में से एक है, जिसकी  लंबाई लगभग तीन मीटर के आसपास होती है. इसका वजन लगभग 135 किलोग्राम के क़रीब तक होता है, जो अधिकांश जमीन पर ही दिखाई देती है.

पेड़-पौधों के बीच देखी जाती है 3 मीटर लंबी व 135 KG वजनी मॉनीटर लिजार्ड

स्वाभाव शर्मिलाे मॉनीटर लिजॉर्ड इंसानी दुनिया से छिपकर रहना पसंद करते हैं, लेकिन चूहे जैसे छोटे प्राणी को शिकार करना पसंद करते हैं. दिन में अधिक सक्रिय होने की वजह से मॉनीटर लिजार्ड इंसानी बस्तियों में अक्सर पाए जाते हैं. खेतों के आसपास मॉनीटर लिजॉर्ड के होने से फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले चूहे, कीड़े-मकोड़े और सांप निकट नहीं आते हैं.

Advertisement

रेस्क्यू के बाद वन विभाग ने मॉनीटर लिजॉर्ड को जंगल में छोड़ दिया

गांव वालों की सुचना पर मौके पर पहुंचे वन विभाग की टीम ने ग्रामीण द्वारा पकड़े किसानों के दोस्त कहे जाने वाले मॉनिटर लिजार्ड के बच्चे को उनके सुरक्षित निवास केतका जंगल में छोड़ दिया. मॉनीटर लिजॉर्ड किसानों के दोस्त इसलिए कहे जाते हैं, क्योंकि खेतों में आने चूहे और कीड़ो मकोड़ों का शिकार कर फसलों का नुकसान करने सेे रोकते हैं.

ये भी पढ़ें-ग्वालियर में एक पशु प्रेमी ऐसा भी...कुत्ते-बिल्ली के बजाय पाली छिपकली, दोनों 24 घंटे रहते हैं साथ