Security Innovation In Hospital: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई रेप की घटना और मर्डर के बाद से देशभर में इसका विरोध किया गया था. इसके बाद से डॉक्टरों और अस्पतालों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हुए. इसी क्रम में मध्य प्रदेश के दतिया में ऐसी कोई अप्रिय घटना न घटित हो, इसको ध्यान में रखते हुए इस दिशा में एक प्रयोग किया गया.
ये प्रदेश का पहला जिला अस्पताल
दरअसल, महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दतिया जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज में एक अनूठा नवाचार किया गया. जिला अस्पताल की 3 बिल्डिंगों में 7 स्थानों पर पिंक अलार्म लगाए गए हैं, जिससे महिला डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ को ड्यूटी के दौरान सुरक्षित माहौल मिल सके. कलेक्टर संदीप कुमार माकिन के निर्देश में यह प्रदेश का पहला जिला अस्पताल है जहां पिंक अलार्म की पहल की गई है.
ऐसे पहुंचेगी मदद
इस नवाचार का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि जरूरत पड़ने पर महिलाओं को त्वरित पुलिस सहायता मिल सके. अस्पताल परिसर में किसी भी महिला को खतरा महसूस होने पर, वह अलार्म के बटन को दबा सकती है, जिससे तुरंत बिल्डिंग की छत पर सायरन बज उठेगा. इसके साथ ही अस्पताल में तैनात गार्ड और पुलिसकर्मी 5 मिनट में संबंधित स्टॉफ के पास पहुंचेंगे.
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इस अलार्म सिस्टम की रेंज 2KM तक है
सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक डॉ. केसी राठौर ने बताया कि पिंक अलार्म मैटरनिटी वार्ड, ट्रॉमा सेंटर और न्यू ओपीडी ब्लॉक के तीनों मंजिलों के स्टाफ ड्यूटी रूम में लगाए गए हैं. इस अलार्म सिस्टम की रेंज 2 किलोमीटर तक है, जिससे पूरे परिसर में तत्काल सुरक्षा सहायता सुनिश्चित की जा सकेगी. पहल सुविधा प्रदेश में पहली बार किसी जिला अस्पताल में की गई है. आने वाले दिनों में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से अलार्म सिस्टम का मॉक ड्रिल कर इसकी प्रभावशीलता की जांच की जाएगी.
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