MP News In Hindi: मध्य प्रदेश के सीधी से सिंगरौली जिले के मध्य बहरी के समीप गोपद पुल के निर्माण कार्य में 12 वर्ष लग गए हैं. शायद यह मध्य प्रदेश की पहला पुल होगा, जिसके निर्माण में इतना समय लग रहा है. केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से लेकर मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान, डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला, सीधी सांसद रही रीति पाठक एवं वर्तमान सांसद डॉ. राजेश मिश्रा ने जनता को जवाब देते थक गए हैं..
अब खुद मौके पर पहुंचे ये बड़े नेता
अब हालात यह है कि डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला एवं सांसद डॉ. राजेश मिश्रा स्वयं पुल पर पहुंचकर हाल ही में निरीक्षण किए. यह माना जा रहा था कि वर्षा काल के पहले पुल का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा. आवागमन व्यवस्थित तरीके से बहाल हो जाएगा. अभी तक निर्माण कार्य जारी है और सीधी से सिंगरौली जाने वाले भारी वाहन, यात्री बस व अन्य वाहन पुराने जर्जर पुल से जान जोखिम में डालकर आ जा रहे हैं.
वर्ष 2012 में प्रारंभ हुआ था कार्य
वर्ष 2012 में सीधी सिंगरौली सड़क निर्माण का कार्य का ठेका गेमन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को मिला. इसके बाद इस कंपनी ने कार्य को पेटी ठेकेदार के रूप में टेक्नो यूनिक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को दे दिया. वर्ष 2012 से कार्य प्रारंभ हुआ. सड़क निर्माण के साथ ही पुलों का निर्माण भी प्रारंभ हुआ था. 5 से 6 वर्ष तक समय जाया करने के बाद आधे अधूरे कार्य को छोड़कर टेक्नो यूनिक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी फरार हो गई, जिसके बाद शासन द्वारा फिर से इस मार्ग एवं पुल के लिए निविदा की गई.टीवीसीयल कंपनी को कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई.
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एक तरफ सड़क बन रही तो दूसरी तरफ उखड़ रही
इसके बाद अब कार्य प्रारंभ है, सड़क का निर्माण भी चल रहा है.पुल का निर्माण भी चल रहा है पर यह कार्य कब तक में पूरा होगा इसके संबंध में कोई सार्थक जवाब देने वाला नहीं है. सड़क एक तरफ बन रही है, तो दूसरी तरफ उखड़ भी रही है. ऐसे में यह प्रोजेक्ट मध्य प्रदेश ही नहीं पूरे देश में सबसे पुराना प्रोजेक्ट कहा जा सकता है. क्योंकि करीब 110 किलोमीटर की सड़क बनाने में 12 वर्ष बीत गए और पुलों का निर्माण भी पूरा नहीं हो सका है.
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