MP News: क्यों चर्चा में हैं बालाघाट की ड्रोन दीदी? भारत सरकार से मिल चुका है अवॉर्ड, आप भी करेंगे सलाम

Balaghat News: बालाघाट जिले के कोहकाडीबर गांव की ड्रोन दीदी इन दिनों चर्चा में हैं. वह किसानों को जैविक खेती के बारे में ट्रेनिंग भी देती हैं. इसके अलावा उन्हें भारत सरकार के उर्वरक विभाग से पुरस्कार भी मिला है.

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Balaghat Drone Didi: बालाघाट जिले के कोहकाडीबर गांव की ड्रोन दीदी इन दिनों चर्चा में हैं. दरअसल, ड्रोन दीदी कहलाने वाली संजु नगपुरे को 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में विशेष अतिथि के तौर पर भी शामिल हो चुकी हैं. संजु न सिर्फ बेहतरीन किसान हैं, बल्कि महिला सशक्तिकरण की शानदार मिसाल हैं.

संजु नगपुरे ने किसान मित्र से की थी शुरुआत

संजु नगपुरे ने बताया कि वह पहले से ही खेती किसानी का काम कर रही थीं, लेकिन साल 2017 में वह कृषि सखी बनी. इस दौरान खुद भी आधुनिक और जैविक खेती के बारे सीखती रही. इसके लिए उन्होंने इंदौर और उत्तर प्रदेश में जाकर ट्रेनिंग भी ली.

इसके साथ ही उन्होंने अलग-अलग जगह जाकर दूसरे किसानों को ट्रेनिंग भी दी. अब वह जैविक खेती की मास्टर ट्रेनर बन चुकी हैं. अब तक वह 13 सौ से ज्यादा महिलाओं को जैविक खेती की ट्रेनिंग दे चुकी हैं. अभी भी उनका सफर लगातार जारी है.

2024 में लिया ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण

संजु नागपुरे ने बीते साल 2024 में ही ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग ली थी. अब वह ड्रोन पायलट भी हैं. ऐसे में उन्हें भारत सरकार के उर्वरक विभाग से पुरस्कार भी मिला और वह ड्रोन दीदी बन गईं. वह कोहकाडीबर गांव की ‘सरस्वती' महिला स्वयं सहायता समूह की सदस्य हैं. इसके अलावा वह रिलायंस फाउंडेशन के डिजिटल फॉर्म स्कूल (डीएफएस) से भी जुड़ी हैं. DFS किसानों को खेती को लेकर निर्णय लेने की जानकारी देता है. साथ ही सीखने की सुविधा प्रदान करता है और उन्हें कृषि विशेषज्ञों से जोड़ता है.

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गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में रही विशेष अतिथि

बालाघाट जिले के कोहका डीबर गांव की ड्रोन दीदी संजु नगपुरे को गणतंत्र दिवस के मौके पर बतौर विशेष अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया जा चुका है. इस पर उनका कहना है कि यह उनके लिए बेहद गर्व की बात है. संजु नगपुरे न सिर्फ आत्मनिर्भरता की मिशाल हैं, बल्कि महिला सशक्तिकरण की बेहतरीन मिसाल हैं.

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