Fire in Vidisha: मध्य प्रदेश के विदिशा जिले से एक दिल दहला देने वाली तस्वीर सामने आई है. एक छोटी सी लापरवाही से पूरे गांव में मातम पसर गया. खेत की नरवाई में लगाई गई आग ने गांव के तीन घरों को अपनी चपेट में ले लिया. तेज हवाओं ने आग को बेकाबू कर दिया और कुछ ही पलों में लोगों की जिंदगी भर की कमाई, सपने और आश्रय सबकुछ छीन लिया.
नरवाई की आग से तीन घर जलकर राख
घटना विदिशा के ग्राम हंसुआ की है. देर रात किसी अज्ञात व्यक्ति ने सरकारी खेत में नरवाई में आग लगा दी. तेज हवा और सूखी फसल की वजह से आग ने तेजी से फैलते हुए गांव को अपनी चपेट में ले लिया. देखते ही देखते तीन घरों में आग लग गई. ग्रामीणों की चीख-पुकार मच गई. दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. घरों का सारा सामान, अनाज, बर्तन, कपड़े और यहां तक कि एक भैंस और पाड़िया तक आग में झुलस गई. गांव के लोगों के लिए यह हादसा किसी बुरे सपने से कम नहीं था.
स्कूल के पास खेत में लगाई गई थी आग
पीड़ित सुनीता बाई ने बताया कि रात में स्कूल के पास खेत में आग लगी. हवा में उड़ती हुई हमारे घर तक पहुंच गई. दस बोरी गेहूं रखे थे खाने के लिए. सब जल गया. अब कुछ नहीं बचा.
फूलबाई के बताया कि कुछ पता ही नहीं चला, कब आग आई... सब कुछ जल गया. घर की एक-एक चीज़ राख हो गई. हाथ में कुछ भी नहीं बचा.
हरिसिंह और प्रेम बाई ने बताया कि किसी ने खेत में आग लगा दी. हवा से आग हमारे घरों तक पहुंच गई. घर भी चला गया, भैंस भी… सब खत्म हो गया. बहुत बड़ा नुकसान हो गया है.
सारा समान जलकर हुआ खाक
इस हादसे में किसी की जान तो नहीं गई, लेकिन ग्रामीणों की आंखों के सामने उनकी पूरी ज़िंदगी की पूंजी जलकर राख हो गई. अब लोग प्रशासन से मदद की उम्मीद लगाए बैठे हैं, लेकिन सवाल ये है कि आखिर कब तक ऐसी लापरवाहियां लोगों पर भारी पड़ती रहेंगी?
खेतों में नरवाई जलाना न सिर्फ गैरकानूनी है, बल्कि बेहद खतरनाक भी. सरकार की ओर से इसे लेकर सख्त हिदायतें दी गई है, लेकिन इसके बावजूद नरवाई जलाने की घटनाएं थम नहीं रही हैं.