गुरुपर्व पर विदिशा में विशाल लंगर, अखंड पाठ साहिब में श्रद्धालु हुए भक्ति-विभोर

Guru Purav 2024 : 'गुरुपुरब' को गुरु नानक के प्रकाश उत्सव के रूप में भी जाना जाता है. ये सिख धर्म में सबसे पवित्र त्योहारों में से एक है. 

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गुरुपर्व पर विदिशा में विशाल लंगर, अखंड पाठ साहिब में श्रद्धालु हुए भक्ति-विभोर

Gurunanak Jayanti : गुरु नानक देव जी की जयंती के मौके पर विदिशा में सिख समुदाय ने भव्य धार्मिक आयोजन किए. पिछले एक महीने से रोजाना विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे थे. आज के मुख्य आयोजन में गुरुद्वारे में शबद कीर्तन और अखंड पाठ साहिब का समर्पण किया गया. इसके बाद पंजाबी धर्मशाला में विशाल लंगर का आयोजन हुआ. गुरु नानक जयंती के अवसर पर सुबह गुरुद्वारे में शबद कीर्तन हुआ. श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से इसमें हिस्सा लिया. पिछले तीन दिनों से चल रहे अखंड पाठ साहिब का आज समापन किया गया. इस दौरान गुरुद्वारे में शांतिपूर्ण माहौल और श्रद्धा का वातावरण बना रहा.

पंजाबी धर्मशाला में लंगर का आयोजन

अखंड पाठ साहिब के समर्पण के बाद पंजाबी धर्मशाला में लंगर आयोजित किया गया. हर साल की तरह इस बार भी 5000 से 7000 लोगों के भोजन की व्यवस्था की गई. सिख समुदाय के सदस्यों ने पूरे समर्पण और सेवा भाव के साथ आयोजन में योगदान दिया.

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सिख समुदाय के एक सदस्य ने कहा, ❝ गुरु नानक देव जी की जयंती हमारे लिए बेहद खास है. यह दिन सेवा और भाईचारे का प्रतीक है. हर साल हम इस मौके पर लंगर और धार्मिक आयोजन करते हैं. ❞

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बताते चलें कि गुरु नानक देव जी की शिक्षाएं हमेशा सेवा, भाईचारे और समानता पर जोर देती हैं. सिख समुदाय की सेवा भावना ने एक बार फिर मिसाल पेश की. लंगर में सभी धर्म और वर्ग के लोगों ने हिस्सा लिया. जानकारी के लिए बता दें कि 'गुरुपुरब' को गुरु नानक के प्रकाश उत्सव के रूप में भी जाना जाता है. ये सिख धर्म में सबसे पवित्र त्योहारों में से एक है. 

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