मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में शिप्रा नदी का जलस्तर सोमवार को कम हो गया लेकिन इसके किनारे स्थित मंदिर अभी भी पानी में आधे डूबे हुए हैं. मंदिर के एक पुजारी देवा शंकर जोशी ने एएनआई को बताया कि सोमवार को पानी का लेवल कम हो गया है. पानी का स्तर रविवार की तुलना में लगभग आधा हो गया है.
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पुजारी ने कहा कि दोपहर तक जलस्तर और कम होने की संभावना है. रामघाट पर इस समय काफी पानी और कीचड़ है, सफाई कराई जाएगी.
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इस बीच, एक स्थानीय व्यक्ति, नरेंद्र प्रजापति ने कहा कि शिप्रा नदी तीन दिनों से उफान पर थी और सोमवार सुबह 4:00 बजे के बाद इसका जलस्तर कम हो गया. रामघाट स्थित प्रजापति धर्मशाला पूरी तरह जलमग्न हो गया है और यहां करीब 12 फीट पानी जमा हो गया है.
गौरतलब है कि रविवार को यहां रामघाट के पास स्थित कई मंदिर पूरी तरह जलमग्न हो गए थे. जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है और लोगों की सुरक्षा के लिए जरूरी इंतजाम किये गये हैं. प्रशासन ने निवासियों से जिले में जलभराव वाले स्थानों पर जाने से बचने का भी आग्रह किया है.
कुछ जिले रेड जोन में
मौसम विभाग ने प्रदेश में तीन अलग-अलग तरह के अलर्ट जारी किए हैं. चार जिलों- अलीराजपुर, झाबुआ,रतलाम और मंदसौर में अतिभारी बारिश से आकस्मिक बाढ़ का रेड अलर्ट जारी किया गया है.