बाल विवाह की बलि चढ़ने से बाल-बाल बचीं MP की दो बच्चियां, 'लाडो टीम' को मिली बड़ी कामयाबी

बताया जाता है कि गैलहरी गांव के यादव परिवार की ओर से सामाजिक कुरीति को बढ़ावा देते हुए 13 और 15 साल की नाबालिग लड़कियों की शादी तय कर दी गई थी. पन्ना जिले से बारात भी आने वाली थी.

Advertisement
Read Time: 7 mins

MP Child Marriage News: खबर मध्य प्रदेश के मैहर जिले से है. महिला एवं बाल विकास विभाग की सक्रियता से दो नाबालिग लड़कियों का बाल विवाह (Child Marriage) टल गया. दोनों लड़कियों के माता-पिता की ओर से मैहर में यह शादी की जा रही थी. लाडो अभियान की टीम को मामले की जानकारी हुई, जिसके बाद रामनगर परियोजना अधिकारी के नेतृत्व में पर्यवेक्षक सुमन जायसवाल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गईं. उन्होंने परिजनों को समझा-बुझाकर बाल विवाह न करने के लिए राजी कर लिया है.

यह भी पढ़ें : सियासी हलचल के बीच कांग्रेस ने पूर्व CM बघेल को बनाया सीनियर पर्यवेक्षक, बिहार में भारत जोड़ो यात्रा के लिए करेंगे काम

टीम ने लड़कियों के परिजनों को समझाया

बताया जाता है कि गैलहरी गांव के यादव परिवार की ओर से सामाजिक कुरीति को बढ़ावा देते हुए 13 और 15 साल की नाबालिग लड़कियों की शादी तय कर दी गई थी. पन्ना जिले से बारात भी आने वाली थी. इसी बीच जिला स्तरीय समिति को सूचना मिली. टीम मौके पर पहुंची और अभिभावकों से दस्तावेज पेश करने के लिए कहा गया. दस्तावेजों में लड़कियों के नाबालिग पाए जाने पर परिजनों को समझाया गया और शादी न करने के लिए राजी किया गया. 

यह भी पढ़ें : Gwalior: एक साल में 80 हजार लोग बने डॉग बाइट्स के शिकार, हर दिन अस्पताल पहुंच रहे 250 नए केस

Advertisement

अभिभावकों ने स्वीकार की गलती

टीम की मौजूदगी में अभिभावकों ने अपनी गलती स्वीकार कर ली. इस टीम में तहसीलदार ललित धार्वे, एसआई बीएल रावत, एसआई कौशल्या देवी, आरक्षक राजेश यादव, गुड्डू पटेल, महिला बाल विकास विभाग पर्यवेक्षक सुमन जायसवाल सहित लाडो टीम के अन्य सदस्य भी मौजूद रहे.