Satna News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सतना (Satna) जिले में नगर निगम प्रशासन की लापरवाही से दो सफाई कर्मचारियों की जान जाते बची. गनीमत थी की समय पर एसडीएम सिटी राहुल सिलाडिय़ा मौके पर पहुंच गए और आनन-फानन में दोनों को अपने वाहन से अस्पताल लेकर पहुंच गए, जहां पर दोनों का इलाज चल रहा है.
दरअसल, हुआ यह कि नगर निगम के वार्ड नंबर 30 पतेरी क्रिस्तुकुला के पास सीवर चैंबर की सफाई के लिए नगर निगम की ओर से आदर्श शुक्ला और किशन वर्मन नामक दो कर्मचारियों को चेंबर के अंदर उतारा गया. यह सब तब कराया गया, जब सीवर के मेन होल में मशीन के जरिए सफाई कराने का प्रावधान है. मगर अधिकारियों ने बेहद लापरवाही पूर्वक दोनों को उतार किया. लिहाजा, जहरीली गैस की चपेट में आने से कुछ ही समय के अंदर दोनों अंदर ही बेहोश हो गए.
एसडीएम की तत्परता से बची जान
गनीमत थी कि स्थानीय लोगों की सूचना को गंभीरता से लेकर एसडीएम आनन-फानन में मौके पर पहुंच गए और दोनों को बाहर निकाल कर अपने वाहन से अस्पताल लेकर पहुंच गए. जहां दोनों को समय पर इलाज मिलने से जान बच गई. हालांकि, दोनों का अब इलाज जारी है.
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सवालों में घिरा नगर निगम प्रशासन
क्रिस्तुकुला स्कूल के पास सीवर चैंबर के अंदर दो कर्मचारियों के बेहोश होने के बाद नगर निगम प्रशासन सवालों के घेरे में है. अंडर ग्राउंड चेंबर में जहरीली गैस होने का अंदेशा हर समय रहता है. ऐसे में सवाल उठता है कि यह बात जिम्मेदार अधिकारी कैसे भूल गए? आखिर इसकी परमिशन किसने दी? क्या नगर निगम के अधिकारी इस मामले में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कोई एक्शन लेंगे?
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